यूपी के ‘विजन डॉक्यूमेंट’ में प्रदेश के 403 विधायकों के सुझावों को शामिल किया जाए : आराधना मिश्रा

लखनऊ, 10 अगस्‍त . कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने विधानसभा में क्षेत्रीय और प्रांतीय मुद्दों पर चर्चा की कमी पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि विधायक अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में उठाने के लिए चुने जाते हैं, लेकिन मौजूदा सत्र में चर्चा के लिए अपर्याप्त समय दिया जा रहा है.

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि बहुमत की सरकार को चर्चा से डर क्यों लगता है? विधानसभा में हम सब चुनकर इसलिए आते हैं कि सदन में हम अपने क्षेत्र की बातों को रख सकें. हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन मुद्दों को रखें. मैं समझ नहीं पाती कि बहुमत की सरकार है, फिर भी चर्चा से क्यों डर लगता है.

उन्होंने ‘विजन डॉक्यूमेंट’ की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अच्छा कदम है, लेकिन इसके लिए सभी 403 विधायकों के सुझावों को शामिल करना जरूरी है.

उन्होंने कहा, “विजन डॉक्यूमेंट का उद्देश्य सभी के विचारों को शामिल करना है, लेकिन 24 घंटे में 403 सदस्यों के सुझाव लेना मानवीय रूप से संभव नहीं है.”

उन्होंने कहा कि ‘विजन डॉक्यूमेंट’ पर व्यापक चर्चा के लिए सत्र की अवधि बढ़ाई जाए. 15-16 अगस्त की छुट्टियों के बाद सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाने का सुझाव है, ताकि सभी विधायकों को अपनी बात रखने का मौका मिले. 25 करोड़ की आबादी का प्रतिनिधित्व तभी संभव है, जब सभी विधायकों के सुझाव इस दस्तावेज में शामिल हों.

आराधना मिश्रा ने प्रदेश में बाढ़ की स्थिति पर भी गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल, मध्यांचल और पश्चिमांचल में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है. किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, साथ ही जान-माल की भी हानि हुई है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की मांग के लिए सदन में प्रस्ताव लाया जाए. बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए यह पैकेज क्षति की भरपाई में महत्वपूर्ण होगा. सदन में सभी मुद्दों पर खुली और विस्तृत चर्चा होनी चाहिए ताकि जनता की समस्याओं का समाधान हो सके. सरकार बाढ़ राहत और ‘विजन डॉक्यूमेंट’ जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर गंभीरता से विचार करे.

इसके अलावा, आराधना मिश्रा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की साक्षरता और इसके महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि भविष्य की परिकल्पना बिना एआई के अधूरी है. विधानसभा अध्यक्ष ने आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर्स को बुलाकर दो घंटे की कार्यशाला आयोजित की, जिसका लाभ प्रदेश को मिलेगा.

वहीं, सर्वदलीय बैठक पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता हो रही है कि 18वीं उत्तर प्रदेश विधानसभा में सदस्य सकारात्मक सोच के साथ हिस्सा ले रहे हैं. विधायकों की चर्चा और रुचि राज्य के विकास एवं कल्याण से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित है. हमने सभी पार्टियों से सदन के संचालन में सहयोग की अपील की. उम्मीद है कि हमें सदन में सभी दलों के अपेक्षित सहयोग मिलेगा.

एकेएस/एबीएम