प्रतापगढ़, 6 मई . अपना दल (सोनेलाल) के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक राजकुमार पाल ने मंगलवार को बड़ा फैसला लेते हुए पद एवं पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पार्टी पर खुद की उपेक्षा और विचारधारा से भटकने का आरोप लगाया.
राजकुमार पाल ने अपना दल (सोनेलाल) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को पत्र लिखकर पार्टी और उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की बात कही. उन्होंने पार्टी में अपनी उपेक्षा और विचारधारा से भटकने का आरोप लगाया.
राजकुमार ने पत्र में डॉ. भीमराव अंबेडकर एवं सोनेलाल पटेल की विचारधारा से भटकने का जिक्र किया. उन्होंने लिखा, “लगातार हो रही उपेक्षा एवं बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर और डॉ. सोनेलाल पटेल जी की पवित्र विचारधारा से अपना दल (एस) के भटक जाने के कारण मैं प्रदेश अध्यक्ष एवं प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूं.”
उन्होंने इस संदर्भ में पार्टी नेताओं को कई बार अवगत कराने और उसे नजरअंदाज किए जाने की बात कही. उन्होंने पत्र में आगे लिखा, “उक्त संबंध में कई बार अवगत कराया, लेकिन मेरी बातों/विचारों को अनसुना कर दिया गया. मेरा त्यागपत्र स्वीकार करने की कृपा करें. आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में काम करने का मौका मिला, इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद.”
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल अपना दल (एस) से प्रदेश अध्यक्ष का इस्तीफा बड़ा झटका माना जा रहा है. कुछ दिनों पहले ओपी राजभर की सुभासपा से बड़ी बगावत की खबर आई थी और कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया था. वहीं, अब अपना दल (एस) यूपी प्रदेश अध्यक्ष ने इस्तीफा दिया. उनके साथ पार्टी सचिव कमलेश विश्वकर्मा समेत कई पदाधिकारियों ने भी पार्टी से इस्तीफा दिया है. इससे पहले भी पार्टी के कई नेता खुद की उपेक्षा का आरोप लगा चुके हैं.
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एससीएच/एबीएम