प्रधानमंत्री अनुसंधान फेलोशिप के तहत चयनित अंशुल करेंगे मक्का पर रिसर्च वर्क, पीएम मोदी को बताया किसान हितैषी

धौलपुर, 11 दिसंबर . राजस्थान के धौलपुर में रहने वाले अंशुल शर्मा का चयन प्रधानमंत्री अनुसंधान फेलोशिप (पीएमआरएफ) के लिए हुआ है.

वह राजकीय कृषि महाविद्यालय उदयपुर से पीएचडी एग्रोनॉमी के छात्र हैं. विश्वविद्यालय से फेलोशिप पाने वाले वह पहले छात्र हैं. यह फेलोशिप उन्हें 4 वर्ष के लिए दी गई है. इसके तहत उन्हें 38 लाख की राशि दी जाएगी. जिससे वह कृषि के क्षेत्र में अपने रिसर्च वर्क पर काम कर सकेंगे.

अंशुल शर्मा के पिता जगदीश प्रसाद पेशे से किसान हैं, उनके तीन बेटे हैं. बड़े बेटे चिकित्सा अधिकारी हैं और वर्तमान में सीएचसी पर तैनात हैं. दूसरे बेटे सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात हैं. अब अंशुल शर्मा का प्रधानमंत्री फेलोशिप योजना में चयन होने से परिवार में खुशी का माहौल है. अंशुल शर्मा का प्रधानमंत्री फेलोशिप योजना में चयन होने पर उन्हें विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा शुभकामनाएं दी गई है.

प्रधानमंत्री अनुसंधान फेलोशिप (पीएमआरएफ) के लिए चयनित अंशुल शर्मा ने बताया है कि हाल ही में प्रधानमंत्री डॉक्टर रिसर्च फेलोशिप स्कीम के तहत परिणाम आया था. इसमें मेरा चयन हुआ है. इस स्कीम के तहत मुझे चार साल तक 38 लाख की राशि मिलेगी. जिससे मैं अपने फिल्ड में रिसर्च करूंगा. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री अनुसंधान फेलोशिप (पीएमआरएफ) के तहत चयन हुआ है इसके पीछे मेरे परिवार और मेरे भाइयों का समर्थन है. इसके अलावा डॉ. अरविंद वर्मा के मार्गदर्शन में मेरा रिसर्च चल रहा है.

उन्होंने आगे कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं कि उनके द्वारा चलाई जी रही इन योजनाओं का छात्रों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. छात्रों के लिए यह योजनाएं काफी आवश्यक होती हैं. प्रधानमंत्री मोदी किसानों की हित के लिए काफी सोचते हैं. मेरा रिसर्च वर्क मक्का फसल पर है. मैं दावा कर सकता हूं कि मेरा रिसर्च किसानों के लिए लाभकारी होगा. इस तरह की स्कीम छात्रों के लिए अति महत्वपूर्ण होती हैं.”

डीकेएम/एएस