उत्तर प्रदेश : सांसद राकेश राठौड़ पर रेप मामले में एक और एफआईआर, पीड़िता ने लगाए गंभीर आरोप

सीतापुर (उत्तर प्रदेश), 23 जनवरी . उत्तर प्रदेश के सीतापुर से कांग्रेस सांसद राकेश राठौड़ के खिलाफ चल रहे बलात्कार के मामले में एक और एफआईआर दर्ज की गई है. सांसद और उनके परिवार के पांच सदस्यों पर सोशल मीडिया पर पीड़िता की पहचान सार्वजनिक करने तथा पीड़िता पर दबाव बनाने का आरोप लगाया गया है.

सीतापुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद राकेश राठौड़ पर उनकी ही जाति की एक महिला ने बलात्कार का आरोप लगाया है. पीड़िता के पति ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि सांसद और उनके बेटे रत्नम राठौड़ लगातार पीड़िता और उसके परिवार पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं.

पीड़िता के पति ने बताया कि बुधवार को राकेश राठौड़ और उनके परिवार के सदस्य कोमल राठौड़, गोपाल जी राठौड़, अनिल राठौड़, विष्णु राठौड़ और जुगेंद्र राठौड़ ने पीड़िता को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं, जिससे पीड़िता और उसका परिवार मानसिक तनाव में है. इसके बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर सांसद के परिवार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियों के स्क्रीनशॉट भी पुलिस को सौंपे हैं.

सांसद राठौड़ तक अभी पुलिस नहीं पहुंच सकी है. पुलिस ने मंगलवार रात सांसद के प्रतिनिधि वसीउल्ला खां को गिरफ्तार किया, जो मन्नी चौराहा के निवासी हैं. इसके अलावा एफआईआर में नामजद सांसद के परिवार के अन्य सदस्यों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं. गुरुवार को सांसद के भाई अनुपम राठौड़ के कर्मचारी धर्मेंद्र कुमार को भी हिरासत में लिया गया.

इस बीच, सांसद राकेश राठौड़ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में पुलिस की कार्रवाई की आलोचना की है. उन्होंने इसे असंवैधानिक और मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया है.

अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी प्रकाश कुमार ने बताया कि 17 जनवरी को एक महिला द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में यह सामने आया कि कुछ लोगों ने जानबूझकर पीड़िता की पहचान सोशल मीडिया पर सार्वजनिक की. इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने एक और मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में सभी संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

पीएसके/एकेजे