मानसा, 11 जुलाई . पंजाब सरकार नशे को खत्म करने के बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन नशे से मौत की घटना थमने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला पंजाब के मानसा जिले के कोटडा गांव से सामने आया है, जहां 28 साल के एक नौजवान की मौत होने के बाद गांव में डर का माहौल पैदा हो गया है.
मृतक के परिवार का कहना है कि उनका बेटा अलग-अलग नशे के दलदल में पिछले काफी समय से फंस चुका था. 28 वर्षीय हरजिंदर सिंह नामक युवक की मां ने अपना दर्द बयान करते हुए कहा कि उसके बेटे की नशे की ओवरडोज की वजह से मौत हो गई. पंजाब सरकार नशे के खात्मे के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा, प्रशासन और सरकार तक काफी बार गुहार लगाई थी कि उनके गांव और जिले में लगातार नशा बढ़ता जा रहा है, लेकिन प्रशासन और सरकार के नुमाइंदे ने उनकी बात नहीं सुनी, जिसका आज परिवार को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
परिवार ने कहा कि नौजवान नशे की जकड़ में आ रहे हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन कुछ नहीं कर रही है. पंजाब सरकार नशे को खत्म करे ताकि नौजवानों को बचाया जा सके. जैसे हमारे इकलौते बेटे ने नशे में खुद को खत्म कर लिया, मैं नहीं चाहती कि किसी और परिवार का चिराग बुझे.
बदलाव के नाम पर आम आदमी पार्टी पंजाब में सत्ता में आई थी. लोगों को भी उम्मीद थी कि राज्य में बदलाव होगा. लेकिन हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं. सरकार जमीनी स्तर पर ध्यान देकर नशे को जड़ से खत्म करे. सरकार और प्रशासन अभी भी कुंभकर्णी नींद से जाग जाए. बेखौफ होकर गली मोहल्ले में सरेआम नशे की बिक्री हो रही है. इस पर तत्काल रोक लगाने की जरूरत है.
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एकेएस/