भारत रक्षा तकनीक में बहुत आगे निकल चुका है : अनिल भट्ट

मुंबई, 13 मई . ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) अनिल भट्ट ने कहा क‍ि भारत तकनीक में बहुत आगे निकल चुका है. ‘आत्‍मनिर्भर भारत’ के तहत ब्रह्मोस मिसाइल को बनाया गया है. इस मिसाइल ने ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्‍तान में तबाही मचाई.

लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) अनिल भट्ट ने कहा क‍ि यह उभरते भारत की ताकत है. ब्रह्मोस मिसाइल ने आतंक के 9 ठिकानों को तहस-नहस कर दिया है. उन्‍होंने कहा कि भारत पर काफी दबाव होने के बाद भी मिसाइल बनाने में हमने बहुत तरक्‍की की है.

समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान उन्‍होंने कहा कि भारतीय सेना ने बताया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्‍म नहीं किया गया है. यह कुछ समय के लिए रोका गया है.

सीजफायर के उल्‍लंघन पर उन्‍होंने कहा क‍ि पाकिस्‍तान का दोहरा चरित्र है, वह मानने वाला नहीं है. पड़ोसी देश पर विश्‍वास नहीं किया जा सकता है. उसमें झूठ बोलने और समझौतों को तोड़ने की आदत है. प्रधानमंत्री का यह फैसला स्‍वागत योग्‍य है कि पाकिस्‍तान से बात आतंकवाद और पीओके पर की जाएगी. पाकिस्‍तान में अभी भी आतंकी गढ़ बचे हुए हैं. भारत को शांत होकर बैठना नहीं चाहिए.

उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष कभी-कभी भारत के खिलाफ काम करता है, बहुत ही अफसोस की बात है, विपक्ष की राजनीति इतनी गिर गई है. उन्‍होंने संसद के विशेष सत्र को बुलाने की मांग पर कहा कि यह शर्मनाक है. कोई मीटिंग नहीं होनी चाहिए. विपक्षी दल भारत की रक्षा के बारे में शक करते हैं. यह बहुत ही शर्मनाक बात है.

बता दें कि भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश मिसाइल और एमआरएसएएम (बराक-8) का इस्‍तेमाल किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी राष्ट्र के नाम संदेश में इनका नाम लिए बगैर कहा कि इस बार ‘मेड इन इंडिया’ की ताकत दुनिया ने देखी.

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. यह 3,700 किमी प्रति घंटा की गति से लक्ष्य को टारगेट कर सकता है. इसकी रेंज तकरीबन 800 किमी तक है. यह अपने साथ 200 से 300 किग्रा तक वॉरहेड ले जाने में सक्षम है. इसे जमीन, समुद्र और हवा से भी लॉन्च किया जा सकता है. यह रडार को भी चकमा देने में माहिर है.

एएसएच/एबीएम