कोलकाता, 7 सितंबर . उच्च न्यायालय ने गैंगस्टर से वकील को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद पुलिस को लताड़ लगाई है. उच्च न्यायालय ने बैंक घोटाले से जुड़े एक मामले में याचिकाकर्ता और उसके वकील की सुरक्षा का इंतजाम करने का निर्देश पुलिस को दिया है.
बैंक घोटाले से जुड़े से एक मामले में जब पुलिस ने याचिकाकर्ता की सुनवाई नहीं की तो उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. याचिकाकर्ता के वकील अभिषेक हलधर ने को यह जानकारी दी.
वकील अभिषेक हलधर ने बताया कि केस की सुनवाई के बाद उन्हें और उनके क्लाइंट को धमकी भरा ई-मेल आया है. सज्जाकरुद्दीन नाम के एक गैंगस्टर ने उन्हें जान से मारने तक की धमकी दे डाली.
इस मामले की सुनवाई जस्टिस तीर्थंकर घोष की एकल पीठ कर रही है. जब जज को धमकी भरे ई-मेल के बारे में पता चला तो उन्होंने पुलिस को लताड़ लगाई. जज ने न्यू टाउन पुलिस स्टेशन को निर्देश दिया कि वह 9 सितंबर को केस की अगली सुनवाई तक याचिकाकर्ता की सुरक्षा के इंतजाम करे और सुनिश्चित करें कि वकील या वादी को किसी तरह का कोई नुकसान न पहुंचे.
वकील अभिषेक हलधर ने से कहा, “यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. हमें नहीं पता कि कानून-व्यवस्था किस दिशा में जा रही है. मैंने अदालत में कहा कि इस तरह की धमकी मुझे 90 के दशक के बॉलीवुड की याद दिलाती है. एक बैंक घोटाले में पुलिस की उदासीनता के मामले की सुनवाई चल रही थी, तभी वकील को एक धमकी भरा मेल मिला. उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई. धमकीभरे ईमेल में बहुत गालियां हैं. वकील और याचिकाकर्ता सभी को धमकाया गया है.”
उन्होंने यह भी बताया कि याचिकाकर्ता का बैंक खाता बंद कर दिया गया है, क्योंकि इसमें कुछ संदिग्ध लेन-देन हुए थे, जिसकी याचिकाकर्ता को कोई जानकारी नहीं है. उच्च न्यायालय ने याचिकाकर्ता और वकील की सुरक्षा का आदेश कोलकाता पुलिस को दिया है.
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जेपी/वीसी