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अमरावती, 29 अक्टूबर . Government के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, Wednesday तड़के आंध्र प्रदेश तट को पार करने वाले भीषण चक्रवात मोन्था से 18 लाख लोग प्रभावित हुए, 2.14 लाख एकड़ क्षेत्र में फसलें और सड़क एवं भवन विभाग की 2,294 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं.
चक्रवात के कारण दो लोगों की जान चली गई, जबकि 42 मवेशी मारे गए.
प्रभावित जिलों के 1,209 राहत शिविरों में कुल 1 लाख 16 हजार लोगों को आश्रय दिया गया.
अधिकारियों के अनुसार, चक्रवात ने राज्य के कुल 249 मंडलों, 1,434 गांवों और 48 नगरपालिकाओं के 18 लाख लोगों पर नकारात्मक असर डाला है.
अधिकारियों ने Chief Minister एन. चंद्रबाबू नायडू को बताया कि 304 मंडलों के 1,825 गांवों की 2.14 लाख एकड़ फसल बर्बाद हो गई. 1.45 लाख एकड़ से अधिक भूमि पर धान, कपास, मक्का और बाजरा की फसलें जलमग्न हो गईं. भारी बारिश से कुल 78,796 किसान प्रभावित हुए.
सड़क एवं भवन विभाग की 2,294 किलोमीटर लंबी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे 1,424 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. पंचायत राज की कई सड़कें, 14 पुल और पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो गईं.
जल आपूर्ति विभाग को 36 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जबकि सिंचाई विभाग को 16.45 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है.
Chief Minister को बताया गया कि बाढ़ का पानी 297 सड़कों पर बह रहा है और पानी की दिशा बदलने के उपाय किए जा रहे हैं.
सड़कों पर गिरे कुल 380 पेड़ अधिकारियों ने हटा दिए हैं.
Chief Minister , जिन्होंने पहले चक्रवात प्रभावित कोनासीमा जिले का दौरा किया था और प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया था, ने अधिकारियों को बिजली आपूर्ति और सड़कों को तुरंत बहाल करने का निर्देश दिया.
Chief Minister चाहते थे कि पुनर्वास केंद्रों में परिवारों को चावल और आवश्यक वस्तुएं शीघ्र वितरित की जाएं.
अधिकारियों ने Chief Minister को बताया कि चक्रवात के तट पार करने के बाद राज्य में बारिश कम हो गई है.
इससे पहले, नायडू ने कोनासीमा जिले में चक्रवात प्रभावित उदेलारेवु का दौरा किया. उन्होंने एक राहत शिविर का दौरा किया, लोगों से बातचीत की और आवश्यक वस्तुएं वितरित कीं.
Chief Minister , जिन्होंने क्षतिग्रस्त फसलों को भी देखा, ने आश्वासन दिया कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है.
उन्होंने कई चक्रवातों और संकटों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस बार राज्य स्तरीय Governmentी मशीनरी, जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर लोगों की मदद की.
उन्होंने दावा किया कि तैयारियों के कारण ही वे स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने में सक्षम रहे. उन्होंने कहा, “दो मौतों के अलावा, किसी और की जान नहीं गई.”
Chief Minister ने कहा कि नेल्लोर, प्रकाशम और बापटला जिले भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं, जबकि कुछ जिलों में तेज हवाओं के कारण नुकसान हुआ है.
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केआर/