भागलपुर, 22 मई . बिहार के भागलपुर जिले के अधीन अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पीरपैंती रेलवे स्टेशन का भव्य कायाकल्प हो चुका है. इसमें स्टेशन के सौंदर्यीकरण के साथ यात्री सुविधाओं का विस्तार भी शामिल है. अमृत भारत योजना के तहत पीरपैंती रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास तीन रोबोट की आकृति बनाई गई है. जिसमें रेलवे अनाउंसमेंट भी सुनाई देता है.
इसके साथ ही क्षेत्र के टूरिज्म और ईको टूरिज्म के स्पॉट और धरोहर में विक्रमशिला महाविहार का भग्नावशेष, गंगा नदी किनारे का बटेश्वर धाम मंदिर और गंगा नदी के बीच तीन पहाड़ी पर बने मंदिर की तस्वीर भी लगाई गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे. यह अमृत भारत स्टेशन योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण को बढ़ावा देना है.
डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता ने बताया कि एनएसजी-5 श्रेणी में वर्गीकृत पीरपैंती स्टेशन, पूर्व रेलवे क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण केंद्र है. अमृत भारत स्टेशन योजना के पहले चरण के तहत पीरपैंती स्टेशन के लिए 18.93 करोड़ की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जा रहा है. इस व्यापक कार्य योजना में सिविल, इलेक्ट्रिकल, सिग्नलिंग और दूरसंचार (एसएंडटी), साइनेज, लिफ्टों की स्थापना और रूफ प्लाजा के साथ 12 मीटर चौड़े फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) का निर्माण शामिल है.
इसके अतिरिक्त, स्टेशन की कार्यक्षमता और दृश्य सौंदर्य को बढ़ाने के लिए अलग-अलग आगमन और प्रस्थान ब्लॉक, पैदल यात्री मार्ग, आकर्षक मूर्तियां, मानक आंतरिक सज्जा और सौंदर्यपूर्ण प्रकाश व्यवस्था के साथ एक आधुनिक प्रांगण को भी शामिल किया गया है.
डीआरएम ने बताया कि इसके अलावा स्टेशन का डिजाइन और इंटीरियर स्थानीय कला और आस-पास के ऐतिहासिक स्मारकों से प्रेरित है, जो आधुनिक वास्तुकला को क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत के साथ जोड़ता है. यह मिश्रण पीरपैंती स्टेशन को एक अलग पहचान प्रदान करता है, जो बिहार की समृद्ध परंपराओं को दर्शाता है.
बता दें कि अमृत भारत स्टेशन योजना का उद्देश्य देश भर में 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को उन्नत यात्री सुविधाओं और क्षेत्रीय वास्तुकला एकीकरण के साथ आधुनिक परिवहन केंद्रों में बदलना है.
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एएसएच/केआर