जम्मू, 6 अप्रैल . केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को तीन दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे पर यहां पहुंचे हैं. जम्मू-कश्मीर भाजपा विधायक विक्रम रंधावा ने कहा कि यह दौरा विशेष रूप से रामनवमी और नवरात्र के समापन के पवित्र अवसर पर हो रहा है, जब देशभर में माता के प्रति श्रद्धा का माहौल है.
विक्रम रंधावा ने कहा कि गृह मंत्री का जम्मू के मंदिरों के शहर में आना एक महत्वपूर्ण बात है, और उनका तीन दिन का शेड्यूल राज्य के लिए सकारात्मक रहेगा. वह जम्मू में सोमवार दोपहर तक रहेंगे और फिर कश्मीर जाएंगे.
विक्रम रंधावा ने कहा कि गृह मंत्री के साथ बैठक में विधायकों को अपनी कार्यप्रणाली और विधानसभा में किए गए कार्यों पर चर्चा का मौका मिलेगा. जम्मू के लिए उनका उद्देश्य हमेशा से मजबूत जम्मू का निर्माण करना था, और इस दौरान राज्य के हर पहलू पर चर्चा की जाएगी.
रंधावा ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री के साथ बैठक से सभी विधायकों को बड़ा मनोबल मिलेगा, क्योंकि यह बैठक जम्मू-कश्मीर के विकास और स्थिति को बेहतर बनाने के लिए अहम है. कश्मीर केंद्रित राजनीतिक दलों ने हमेशा अनुच्छेद 370 को ब्लैकमेलिंग टूल के तौर पर इस्तेमाल किया है. उन्होंने इसका इस्तेमाल अपनी राजनीतिक साख बनाने और जम्मू-कश्मीर को दिल्ली से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए किया था. अब जब यह अनुच्छेद हटा दिया गया है, तो इसका कोई औचित्य नहीं रह गया है. रंधावा ने कहा कि अब किसी भी विधानसभा या सत्र में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश करना व्यर्थ है, क्योंकि यह मुद्दा पूरी तरह से समाप्त हो चुका है.
रंधावा ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में “आजाद कश्मीर” जैसे नारे लगाना एक अप्रत्याशित और अस्वीकार्य प्रयास है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस तरह के नारों को बढ़ावा दिया गया, तो राज्य सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए. यदि राज्य सरकार यह कदम नहीं उठाती है, तो केंद्र सरकार को इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए.
रंधावा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा, विकास और राजनीतिक स्थिति में सुधार होगा, और राज्य की समस्याओं को हल करने के लिए केंद्र तथा राज्य सरकार के बीच समन्वय बढ़ेगा.
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पीएसएम/एकेजे