चेन्नई, 25 दिसंबर . भारतीय जनता पार्टी की तमिलनाडु इकाई के शीर्ष पदाधिकारी 27 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक करेंगे. इसे राज्य में साल 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है.
भाजपा इस साल हुए लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु में खाता भी नहीं खोल सकी थी. इसलिए उसने विधानसभा चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर दी है. उम्मीद है कि अमित शाह आगामी विधानसभा चुनावों के लिए संभावित गठबंधनों के बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से फीडबैक लेंगे.
तमिलनाडु विधानसभा में भाजपा के वर्तमान में चार विधायक हैं. माना जा रहा है कि ये सीटें भी उसे उस पिछले विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन के कारण मिली थीं, जो अब टूट चुका है.
अपनी यात्रा के दौरान, अमित शाह संभवतः 28 दिसंबर को डीएमडीके संस्थापक और तमिल फिल्म आइकन कैप्टन विजयकांत की पहली पुण्यतिथि के समारोह में भी शामिल होंगे.
इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री की भागीदारी की खबर से राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. इसका राज्य में भाजपा के गठबंधनों पर दूरगामी प्रभाव पड़ सकता है.
इस साल लोकसभा चुनाव में डीएमडीके ने अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन किया था और उसका उम्मीदवार विरुधुनगर सीट पर कांग्रेस नेता मनिकम टैगोर से केवल 4,379 वोटों के अंतर से हार गया.
विश्लेषकों का सुझाव है कि अगर भाजपा अन्नाद्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा होती, तो गठबंधन तमिलनाडु में कई प्रमुख सीटें जीत सकता था.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह 27 दिसंबर की शाम को चेन्नई पहुंचेंगे. वह वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य, संगठनात्मक चुनावों और 2026 के विधानसभा चुनावों की रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ एक बंद कमरे में बैठक करेंगे.
अगले दिन 28 दिसंबर को वह आध्यात्मिक महत्व के लिए मशहूर शहर तिरुवन्नामलाई जाएंगे, जहां वह नवनिर्मित भाजपा जिला मुख्यालय का उद्घाटन करेंगे.
इस कदम को क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने की भाजपा की कोशिशों के हिस्से के तौर पर देखा जा रहा है.
बाद में, केंद्रीय गृह मंत्री पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ अरुणाचलेश्वर मंदिर का दौरा करेंगे.
तिरुवन्नामलाई में अपने कार्यक्रमों के बाद, गृह मंत्री शाह चेन्नई लौटेंगे और वहां से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे.
इस बीच, तमिलनाडु कांग्रेस इकाई ने अमित शाह के दौरे के खिलाफ काले झंडे दिखाकर विरोध-प्रदर्शन की घोषणा की है. पार्टी का कहना है कि बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के बारे में उनकी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का विरोध किया जाएगा.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थागई ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर कहा कि वह विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे और लोकतंत्र तथा भारतीय संविधान में विश्वास करने वाले सभी लोगों से विरोध में एकजुट होने का आह्वान करेंगे.
सेल्वापेरुन्थागई ने अपने पोस्ट में लिखा, “आइए हम सभी जो लोकतंत्र और भारतीय संविधान में विश्वास करते हैं, एकजुट हों.”
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एकेजे/