भोपाल, 25 फरवरी . केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश में उपलब्ध संसाधनों का जिक्र करते हुए मंगलवार को कहा कि निवेशकों के लिए राज्य आकर्षण का केंद्र है. राजधानी भोपाल में आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समापन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यहां जमीन है, श्रमशक्ति है, खदानें हैं और खनिज भी हैं. यहां उद्योग की संभावना है और ढेर सारे अवसर भी हैं. इस तरह राज्य निवेशकों के लिए एक बड़ा आकर्षण केंद्र है.
राज्य की पुरानी स्थिति का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, “एक जमाना था जब मध्य प्रदेश को ‘बीमारू’ राज्यों में गिना जाता था. सड़क, बिजली, सिंचाई, पानी की उपलब्धता को लेकर हर क्षेत्र में मध्य प्रदेश ‘बीमारू’ माना जाता था. भारतीय जनता पार्टी के 20 साल के शासन के बाद आज यहां पांच लाख किलोमीटर सड़क नेटवर्क बना है, छह हवाई अड्डे हैं, आईआईटी-आईआईएम सहित कई प्रतिष्ठित संस्थान हैं. यह देशभर में सबसे ज्यादा खनिज संपदा प्राप्त करने वाला राज्य है. मैंगनीज, कॉपर, रॉक फॉस्फेट, कोयला, चूना पत्थर सहित कई तरह के खनिज मध्य प्रदेश में उपलब्ध हैं. यह देश का ‘कॉटन कैपिटल’ है और देश के 25 प्रतिशत ऑर्गेनिक कॉटन की आपूर्ति करता है.”
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश फूड प्रोसेसिंग के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण राज्य माना जाता है. राज्य सरकार ने वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मनाने का फैसला किया है. राज्य में पूरे देश में टॉप अचीवर बनने की क्षमता है.
देश की बदली तस्वीर का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 10 साल के शासन में भारतीय अर्थव्यवस्था 10वें स्थान से छलांग लगाकर पांचवें स्थान पर पहुंच गई है. साल 2027 में हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर आगे बढ़ेंगे. देश का जीडीपी दोगुना हो चुका है और प्रति व्यक्ति आय भी 10 साल में दोगुनी हुई है.
उन्होंने कहा, “हम सभी जानते हैं कि मध्य प्रदेश देश की सांस्कृतिक विरासत है और प्रधानमंत्री मोदी ने जो सूत्र दिया है, ‘विकास भी विरासत भी’, उसे चरितार्थ करने के लिए ढेर सारे प्रयास कर रहा है. हमने 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने का और 2027 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का संकल्प लिया है. मध्य प्रदेश दोनों लक्ष्यों को सिद्ध करने के लिए न केवल सहायक होगा, बल्कि इसमें बहुत बड़ा योगदान भी देगा.”
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