न्यूयॉर्क, 9 फरवरी . अमेरिका के वैज्ञानिकों ने एक शोध में पाया है कि बाजार में बिक रही फेंटेनल नामक नशीली दवाओं में एक खतरनाक रासायनिक पदार्थ बड़ी मात्रा में मौजूद है, जो इंसानों के लिए हानिकारक हो सकता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-लॉस एंजेलिस (यूसीएलए) के शोधकर्ताओं के अनुसार, इस नए रसायन को बीटीएमपीएस कहा जाता है. यह 2024 में अमेरिका के कई हिस्सों में नशीली दवाओं की आपूर्ति में एक साथ दिखाई दिया. यह अध्ययन शोध पत्रिका जेएएमए में प्रकाशित हुआ है.
जून से अक्टूबर 2024 के दौरान, टीम ने फेंटेनिल के रूप में बेची जाने वाली दवाओं के नमूनों का परीक्षण किया. इन नमूनों में एक रसायन की उच्च मात्रा पाई गई, जिसे “हिंडर्ड अमीन लाइट स्टेबलाइजर” कहा जाता है. यह रसायन आमतौर पर सीलेंट, चिपकाने वाले पदार्थ और प्लास्टिक में इस्तेमाल किया जाता है.
यूसीएलए की प्रोफेसर चेल्सी शोवर के अनुसार, बीटीएमपीएस बहुत तेजी से अवैध दवा आपूर्ति में शामिल हुआ है और इसे व्यापक स्तर पर मिलाए जाने की आशंका है. यह चिंता का विषय इसलिए है क्योंकि इसे इंसानों के सेवन के लिए सुरक्षित नहीं माना गया है. जानवरों पर किए गए शोध में यह पाया गया कि इससे हृदय को नुकसान पहुंच सकता है, आंखों की समस्याएं हो सकती हैं, और अधिक मात्रा में लेने से अचानक मृत्यु भी हो सकती है.
जांच में यह भी पता चला कि बीटीएमपीएस की मात्रा, फेंटानिल से औसतन 7 गुना अधिक थी. कई मामलों में, किसी दवा में 50% से अधिक हिस्सा बीटीएमपीएस का था, जबकि इसे फेंटानिल के रूप में बेचा जा रहा था.
बीटीएमपीएस कोई प्रतिबंधित रसायन नहीं है और चूहों पर हुए प्रयोगों में यह निकोटिनिक रिसेप्टर्स को प्रभावित करता पाया गया है, लेकिन इसे पारंपरिक रूप से नशीला पदार्थ नहीं माना जाता.
अभी यह नहीं पता कि इसे फेंटानिल में क्यों मिलाया जा रहा है. साथ ही, इसे पहचानने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पारंपरिक तरीके – जैसे मृत्यु के बाद टॉक्सिकोलॉजी, अपराध जांच या क्लीनिकल टेस्ट शायद इसे पकड़ न पाएं.
बीटीएमपीएस का इंसानों पर पूरा असर अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन वैज्ञानिक इसे लेकर गंभीर चिंता जता रहे हैं.
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