लखनऊ, 28 जून . अमेरिकी धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट पर कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा है कि अमेरिका हमारे मामले में दखल न दे. वह अपने यहां नस्ल भेद, वर्ण भेद की चिंता करे. हमारे लोकतंत्र में विपक्ष मजबूत है.
उन्होंने कहा कि भारत में किसी तरह की परेशानी है तो उसके लिए राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष हैं. हमारा विपक्ष मजबूत है. भारत के आंतरिक मामले में अमेरिका की दखलअंदाजी की कोई जरूरत नहीं है. हम अपने मामलों को उठाने और सुलझाने में सक्षम हैं.
उन्होंने हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार में सरकारी नौकरी बंद है. नौजवानों को नौकरियां मिल नहीं रही हैं. पेपर लीक हो जाते हैं, अयोग्य लोगों को नौकरियां मिल जाती हैं. रोजगार को लेकर सरकार का आंकड़ा कुछ और कहता है, आज दो तिहाई नौकरी खत्म हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने दो बार इन्वेस्टर समिट किया. 40 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश का दावा किया गया. आपको बताना चाहिए कि कितनी नौकरियों का सृजन हुआ. कितने कल-कारखाने लगे. कितने एमएसएमई खुले. योगी सरकार केवल और केवल जुमलेबाजी के आधार पर चल रही है.
ओपी राजभर का वीडियो सामने आने के बाद सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर जेल में डालना चाहिए. अगर नहीं करते हैं तो ये माना जाएगा कि सरकार भी इसमें शामिल है. उनके पास ऐसी कौन सी जादू की छड़ी है. इतना कुछ होने के बाद उन्हें पार्टी में रखा गया है तो बताना होगा क्या यही एनडीए है.
दरअसल नीट पेपर लीक मामले में सुभासपा विधायक बेदी राम का नाम सामने आने के बाद सियासी हलचल तेज है. बेदी राम के पेपर लीक कबूलनामे का वीडियो सामने आने के बाद ओपी राजभर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें राजभर लोगों से कह रहे हैं कि अगर कोई कॉल लेटर आ जाता है तो बेदी राम से संपर्क कर लेना. वे नौकरी दिलाने में माहिर हैं, वो जुगाड़ बना देंगे.
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एकेएस/