अमेरिका : भारतीय छात्रा को कार ने रौंदा, इलाज के लिए क्राउड फंडिंग से जुटाए गए पैसे, नहीं बच सकी जान

विजयवाड़ा, 19 अप्रैल . भारतीय छात्रा वांगवोलु दीप्ति की टेक्सास के डेंटन शहर में एक हिट-एंड-रन घटना में मौत हो गई. दीप्ति की मास्टर डिग्री कुछ ही हफ्तों में पूरी होने वाली थी.

23 वर्षीय दीप्ति आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले की रहने वाली थी. वह 2023 में गुंटूर के नरसारावपेट इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका गई थी. वह नॉर्थ टेक्सास विश्वविद्यालय में कंप्यूटर और सूचना विज्ञान में एमएस की पढ़ाई कर रही थी.

दुर्घटना 12 अप्रैल की सुबह हुई, जब दीप्ति और उसकी दोस्त स्निग्धा, सड़क पर चल रही थीं. एक तेज रफ्तार सेडान ने दोनों छात्राओं को कुचल दिया और फरार हो गई. दुर्घटना में दीप्ति के सिर में गंभीर चोटें आईं, जबकि स्निग्धा भी घायल हो गई.

स्निग्धा आंध्र प्रदेश के मेडिकोंडुरु की रहने वाली हैं.

आपातकालीन सेवा के कर्मियों ने दोनों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां दीप्ति को गहन देखभाल में रखा गया.

रिपोर्ट के मुताबिक दीप्ति के इलाज के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन के जरिए लगभग 80,000 डॉलर जुटाए गए. हालांकि उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. 15 अप्रैल को दीप्ति ने दम तोड़ दिया. स्निग्धा का अभी इलाज चल रहा है.

डेंटन पुलिस विभाग ने जांच शुरू कर दी है और वाहन का पता लगाने में जनता की सहायता के लिए अपील जारी की है.

इस समाचार से टूट गए दीप्ति के परिवार ने 10 अप्रैल को उसके साथ हुई अपनी आखिरी बातचीत को याद किया. उसने अपने माता-पिता को मई में होने वाले अपने दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.

दीप्ति के पिता हनुमंत राव, एक छोटे व्यापारी हैं, और मां रमादेवी, जो एक गृहिणी हैं. उन्होंने विदेश में बेटी की शिक्षा के लिए अपने खेत का एक हिस्सा बेच दिया.

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