वाशिंगटन, 31 अगस्त . अमेरिका ने चीन से आग्रह किया है कि वह शिनजियांग में वीगर मुसलमानों और अन्य जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों के सदस्यों पर चल रहे दमन को समाप्त करने के लिए तत्काल कार्रवाई करे.
शिनजियांग प्रांत में अल्पसंख्यकों की स्थिति का आकलन कर रही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (ओएचसीएचआर) की रिपोर्ट के हवाले से अमेरिका ने बयान जारी किया. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस बात से निराश है कि चीन ओएचसीएचआर के निष्कर्षों को सिरे से खारिज करता रहा है और उच्चायुक्त की सिफारिशों को लागू करने से इनकार करता है.
मिलर ने आगे कहा, ” इस रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा है कि शिनजियांग और विदेशों में भी वीगर और मुख्य रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर दमनकारी नीतियों के तहत कार्रवाई हो रही है. उन्हें धमकियां दी जा रही हैं. वो यातना, यौन हिंसा समेत तमाम तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि मानवाधिकार हनन की जांच कराए जाने की अनुशंसा को भी चीन सिरे से खारिज करता रहा है.”
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका “शिनजियांग में मुख्य रूप से वीगर मुसलमानों और अन्य जातीय-धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों के सदस्यों के पीआरसी द्वारा दमनकारी रवैया चिंतित करता है. उच्चायुक्त के आकलन में अंतरराष्ट्रीय अपराध, विशेष रूप से मानवता के खिलाफ अपराध माना जा सकता है”.
मिलर ने दावा किया कि वो विश्व समुदाय के साथ मिलकर शिनजियांग में हो रही ज्यादती के खिलाफ खड़े रहेंगे और मानवाधिकारों का उल्लंघन करने वालों के की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत रहेंगे.
ओएचसीएचआर की एक बहु वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट 2022 में जारी की गई थी. जिसमें शिनजियांग प्रांत में ‘मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन’ के आरोप लगाए थे.