स्मारक सिक्के और डाक टिकट के विमोचन के साथ हमारे राष्ट्रगीत की प्रेरणा रहेगी अमर : ज्योतिरादित्य सिंधिया

New Delhi, 7 नवंबर . केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने Friday को कहा कि पीएम मोदी द्वारा स्मारक डाक टिकट और विशेष सिक्के को पेश किया जाना ‘वंदे मातरम्’ की गूंज नई पीढ़ियों तक पहुंचाने को लेकर महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि एक नए वेब पोर्टल वंदेमातरम्150डॉटइन, स्मारक सिक्के और डाक टिकट के साथ हमारे राष्ट्रगीत की प्रेरणा अमर बनी रहेगी.

Union Minister सिंधिया ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “पीएम मोदी ने आज New Delhi में महान क्रांतिकारी बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय की अमर रचना ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में स्मारक डाक टिकट का विमोचन किया. इस डाक टिकट को इंडिया पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी किया गया.”

उन्होंने आगे लिखा, “इस अवसर पर पीएम मोदी ने एक स्मृति चिह्न के रूप में विशेष सिक्के का भी विमोचन किया और साथ ही वेब पोर्टल वंदेमातरम्150डॉटइन का शुभारंभ किया, जिससे इस महान राष्ट्रीय गीत की गूंज नई पीढ़ियों तक पहुंचे और इसकी प्रेरणा अमर बनी रहे.”

इस बीच, यूजर्स की सुविधा के लिए भारतीय डाक विभाग की ओर से डाक सेवा 2.0 ऐप लॉन्च किया गया है. इस ऐप को एंड्रॉइड यूजर्स प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. ऐप

भारतीय डाक विभाग ने अपनी सेवाओं को आधुनिक और तेज बनाने के लिए डाक सेवा 2.0 ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप के माध्यम से डाकघर से जुड़े काम अब मोबाइल फोन से घर बैठे हो जाएंगे. एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स गूगल प्ले स्टोर और आईफोन यूजर ऐपल ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. इस ऐप की मदद से ग्राहक बिना डाक विभाग जाए घर बैठे ही ही बहुत से काम कर सकते हैं. यूजर्स को इस ऐप के साथ ट्रैकिंग, डाकघर खोजने के अलावा, डाक शुल्क कैलकुलेटर जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं. डाक सेवा 2.0 ऐप का इस्तेमाल हिंदी के अलावा कई दूसरी भाषाओं जैसे अंग्रेजी, डोगरी, Gujaratी, मराठी, पंजाबी, उर्दू, कोंकणी, मैथली और बंगाली में किया जा सकता है. ऐप को कुल 23 भाषाओं में इस्तेमाल करने की सुविधा दी गई है.

इससे पहले संचार मंत्रालय की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया था कि डाक विभाग के अंतर्गत इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने पेंशनभोगियों को डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) सेवाएं उनके डोर-स्टेप पर उपलब्ध करवाने के लिए श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के साथ साझेदारी की है.

एसकेटी/