आपकी हेल्थ और ब्यूटी की साइलेंट हीरो है फिटकरी, जानें आयुर्वेदिक फायदे

New Delhi, 26 नवंबर . फिटकरी दिखने में चाहे एक छोटी-सी सफेद पत्थर हो, लेकिन आयुर्वेद में इसे बेहद चमत्कारी औषधि माना गया है. ज्यादातर लोग फिटकरी को सिर्फ पानी साफ करने या शेविंग के बाद लगाने की चीज समझते हैं, लेकिन इसका असली आयुर्वेदिक रहस्य इससे कहीं ज्यादा गहरा है.

आयुर्वेद में फिटकरी को ‘रूप, रोग और रक्षा’ इन तीनों में उपयोगी बताया गया है. यह आपके लुक्स सुधारने से लेकर छोटे-मोटे संक्रमण दूर करने और शरीर को सुरक्षित रखने तक कई तरह से काम आती है.

सबसे पहले बात करते हैं इसके एंटीसेप्टिक गुणों की. अगर कट, खरोंच या हल्का घाव हो जाए, तो फिटकरी पानी में हल्का घोल बनाकर लगाने से काफी राहत मिलती है. यह संक्रमण को रोकने में मदद करती है और घाव जल्दी भरने लगता है. दूसरी बड़ी खासियत है दांत और मसूड़ों की समस्या में इसका उपयोग. गुनगुने पानी में थोड़ी-सी फिटकरी मिलाकर कुल्ला करने से बदबू, मसूड़ों की सूजन और पायरिया जैसी दिक्कतों में आराम महसूस होता है.

फिटकरी त्वचा के लिए भी फायदेमंद है. यह स्किन को टाइट करती है, रोमछिद्रों को साफ करती है और चेहरे पर आने वाले छोटे-मोटे पिंपल्स को कम करने में मदद करती है. चेहरे पर हल्का फिटकरी पानी लगाकर कुछ देर छोड़ दें, फिर धो लें. इससे स्किन फ्रेश और टाइट महसूस होती है. यही नहीं, जिन लोगों को बगल में या पैरों में पसीना और बदबू की समस्या रहती है, उनके लिए भी फिटकरी किसी छोटी घरेलू दवा से कम नहीं. फिटकरी मिले पानी में पैरों को कुछ मिनट डुबोकर रखें, बदबू कम होने लगती है.

फिटकरी का एक और बड़ा उपयोग है पानी को शुद्ध करना. यह पानी में मौजूद अशुद्धियों को नीचे बैठा देती है, जिससे पानी साफ दिखने लगता है. ग्रामीण इलाकों में यह तरीका आज भी खूब चलता है.

हालांकि, हर दवा की तरह फिटकरी का उपयोग भी समझदारी से करना चाहिए. इसे सामान्यत: बाहरी इस्तेमाल के लिए सुरक्षित माना जाता है, लेकिन ज्यादा मात्रा में सेवन करना हानिकारक हो सकता है. अगर किसी बीमारी या अंदरूनी समस्या के लिए इसे लेने की सोच रहे हों, तो पहले किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह जरूर लें.

पीआईएम/एबीएम