नई दिल्ली, 10 सितंबर . कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक शर्मा ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा. उन्होंने अमेरिका में राहुल गांधी के बयान पर कहा कि मुझे स्पष्ट जानकारी नहीं है कि उन्होंने क्या कहा है? लेकिन, इस बात को भी सिरे से खारिज करना गवारा नहीं रहेगा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) हमेशा से समाज को विभाजित करती आई है. ये लोग अंग्रेजों से सीख कर समाज में विद्वेष फैला रहे हैं.
उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जाति, धर्म और भाषा के नाम पर हमेशा से समाज में विभेद करती आई है. यही कारण है कि यह संगठन आज तक दक्षिण भारत में अपनी पैठ स्थापित नहीं कर सकी और पूर्वोत्तर भी इन्हीं की वजह से जल रहा है. यह एक सच्चाई है कि आरएसएस महिलाओं को पुरुषों की तुलना में दोयम दर्जे का मानती है.”
उन्होंने कहा, “आरएसएस अंग्रेजों द्वारा सीखे ‘बांटों और राज करो’ की नीति पर चलती है. अपनी इसी विचारधारा को यह संगठन समाज में फैला रही है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है. मैं समझता हूं कि राहुल गांधी ने इस संगठन के बारे में जो कुछ कहा है, वो बिल्कुल ठीक है.”
जब कांग्रेस नेता से पूछा गया कि क्या राहुल गांधी ने ‘दोहरी नागरिकता’ के संबंध में कोई बयान दिया है. इस पर उन्होंने कहा, “नहीं, बिल्कुल नहीं, राहुल गांधी ने इस पर कोई बयान नहीं दिया है. लिहाजा मैं स्षष्ट कर देना चाहूंगा कि हमारे नेता के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने की कोशिश नहीं की जाए. अगर आप ऐसा करेंगे, तो इससे समाज में विभाजन की जड़ें मजबूत होंगी.”
राहुल गांधी तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका में हैं, जहां वो भाजपा और आरएसएस पर हमलावर हैं. उन्होंने कहा कि आरएसएस समाज में भय पैदा करने की कोशिश करती है. यह संगठन जाति, धर्म और संप्रदाय के नाम पर लोगों को दिग्भ्रमित करने का प्रयास कर रही है, जिसे किसी भी कीमत स्वीकार नहीं किया जा सकता है. बता दें कि अमेरिका में राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी हमलावर है. बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी विदेशी भूमि से दिए अपने बयान से देश की अस्मिता को चोट पहुंचा रहे हैं, जिसे हम किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं.
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एसएचके/