पटना, 30 अगस्त . बिहार के पुलिस महानिदेशक का दायित्व संभालने के बाद तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी माने जाने वाले आलोक राज ने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मियों को छह मूल मंत्र दिया. उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए साफ कर दिया कि मैं बिहार के लोगों का पुलिस महानिदेशक बनना चाहता हूं. पुलिस मुख्यालय और पुलिस महानिदेशक का कार्यालय आम लोगों के वैधानिक कार्यों के लिए हमेशा खुला रहेगा. आलोक राज ने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मियों को छह मूल मंत्रों के तहत काम करने की बात कही.
उन्होंने कहा कि ये छह मूलमंत्र ‘स’ से हैं. समय अर्थात कम समय में जितना काम होगा, पुलिसिंग उतनी अच्छी होगी. स से सार्थक अर्थात आप जो भी कार्रवाई करें वह सार्थक हो. अपराधियों में खौफ पैदा हो कि पुलिस ने कार्रवाई की है. लोगों को दिखना चाहिए कि कार्रवाई की गई है. स से संवेदनशील होना जरूरी है. हमारी अपेक्षा होगी कि पुलिसकर्मी संवेदनशील हों और पीड़ितों के प्रति उनकी संवेदनशीलता दिखनी चाहिए. इसके अलावा शक्तिशाली होना होगा, हम अपने आप को इतना मजबूत करें कि अपराधी हमसे खौफ खाएं. अगला स है सत्यनिष्ठा, यदि हम अपने कर्तव्यों के प्रति सत्यनिष्ठ नहीं होंगे, तो बिहार की जनता की जो अपेक्षा है, उसे हम पूरा नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि इन सबके बाद अंतिम स स्पीडी ट्रायल है. स्पीडी ट्रायल के तहत जल्दी से अनुसंधान कर हम समय से मामलों में आरोप पत्र दाखिल करें और उसके बाद स्पीडी ट्रायल के जरिए अपराधियों को सजा दिलाएं. उन्होंने बिहार की जनता से भी अपील की है कि वे पुलिस के साथ सहयोग करें.
पुलिस महानिदेशक का दायित्व मिलने के बाद वे पुलिस मुख्यालय पहुंचे और कार्यभार संभाला. इससे पहले भारतीय पुलिस सेवा के 1989 बैच के अधिकारी आलोक राज को बिहार के पुलिस महानिदेशक का दायित्व सौंपा गया. वह फिलहाल अगले आदेश तक निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक का प्रभार भी संभालते रहेंगे.
बिहार सरकार के गृह विभाग ने शुक्रवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. अधिसूचना के मुताबिक, आलोक राज अगले आदेश तक निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक अपने दायित्वों के अलावा पुलिस महानिदेशक के भी प्रभार में रहेंगे. बता दें कि बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक आर एस भट्टी को केंद्र सरकार ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक को जिम्मेदारी दी है. उनके जाने के बाद बिहार के पुलिस महानिदेशक का पद रिक्त हो गया था.
–
एमएनपी/