New Delhi, 22 जुलाई . समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने Tuesday को उपराष्ट्रपति के पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को स्तब्ध कर देने वाला बताया. उन्होंने कहा कि संसद का हर सदस्य आज की तारीख में जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से अचंभित है, क्योंकि कल तक तो उन्होंने सुचारू रूप से भी सदन की कार्यवाही को संचालित किया था. अब उन्होंने जिस तरह से अचानक इस्तीफा दे दिया, उससे कई तरह के सवाल सामने आ रहे हैं. लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर इस्तीफे के पीछे क्या कारण है?
से बातचीत में सपा सांसद ने दावा किया कि उनके इस्तीफे का कारण गिरता हुआ स्वास्थ्य नहीं, बल्कि कुछ और है. निश्चित तौर पर आने वाले दिनों में उनके इस्तीफे की असली वजह भी सामने आ जाएगी और सभी को पता लग जाएगा कि आखिर उनके इस्तीफे की वजह क्या है.
उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के संबंध में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के सोशल मीडिया पोस्ट को सपा सांसद ने ध्यान भटकाने वाला बताया और कहा कि इस इस्तीफे के पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं. हो सकता है कि भाजपा शिक्षा से जुड़े किसी व्यक्ति को उपराष्ट्रपति के पद की जिम्मेदारी सौंपना चाहती हो. वैसे भी भाजपा अब शिक्षा के भगवाकरण की तैयारी में जुट चुकी है. इस दिशा में आरएसएस भी कदम बढ़ा चुकी है. इसी को देखते हुए उपराष्ट्रपति की सीट खाली कराई गई. भाजपा नहीं चाहती है कि समाज के निचले तबके के बच्चे शिक्षा से जुड़ें, क्योंकि वो जानते हैं कि अगर गरीब तबके के बच्चे शिक्षित होंगे, तो वो भाजपा से सवाल करेंगे और सवाल भाजपा को पसंद नहीं है.
वहीं, सपा सांसद ने बिहार में जारी मतदाता पुनरीक्षण को लेकर कहा कि हम इस मुद्दे पर विपक्ष के साथ खड़े हैं. खासकर हम बिहार के साथ खड़े हैं. हम नहीं चाहते हैं कि मतदाता पुनरीक्षण की आड़ में किसी पात्र मतदाता को मतदाता के अधिकार से वंचित किया जाए. मतदाता पुनरीक्षण के जरिए भाजपा गरीबों को संविधान से मिले अधिकारों से वंचित करना चाहती है.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सपा सांसद ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि इस पर कितने घंटे चर्चा होगी. सवाल यह है कि क्या इस पर प्रधानमंत्री जवाब देंगे. जवाब अभी भविष्य के गर्भ में है. अब निश्चित तौर पर इसका खुलासा होना चाहिए.
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एसएचके/एबीएम