महाराष्ट्र : सिंहस्थ कुंभ मेले के मद्देनजर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक

नासिक, 26 मार्च . महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर और नासिक में 2027 के सिंहस्थ कुंभ मेले के मद्देनजर बुधवार को त्र्यंबकेश्वर में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई. कुंभ मेले से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए परिषद की यह पहली बैठक थी, जिसमें नामकरण विवाद और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर विशेष चर्चा हुई.

पिछले कुछ दिनों से कुंभ मेले के नाम को लेकर त्र्यंबकेश्वर और नासिक के साधु-महंतों के बीच विवाद चल रहा है. त्र्यंबकेश्वर के महंतों ने आरोप लगाया कि नासिक के कुछ साधुओं ने इस मुद्दे को अनावश्यक रूप से तूल दिया है. इस संबंध में महंतों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से हस्तक्षेप की मांग की है. बैठक में महंतों ने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री त्र्यंबकेश्वर के नाम के अनुरूप ही निर्णय लेंगे.

बैठक में त्र्यंबकेश्वर में अतिक्रमण का मुद्दा भी उठा. साधु-महंतों ने स्थानीय लोगों के प्रति समर्थन जताते हुए कहा कि उनका पुनर्वास सुनिश्चित किए बिना अतिक्रमण हटाने का कोई कदम नहीं उठाया जाना चाहिए.

इसके साथ ही, आगामी कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर समय की कमी पर चिंता जताई गई. महंतों ने कहा कि मेले के लिए अब बहुत कम वक्त बचा है, इसलिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को स्वयं इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.

महंतों ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ 2025 का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी व्यवस्थाओं की कमान संभाली थी. त्र्यंबकेश्वर के महंतों ने सुझाव दिया कि महाराष्ट्र में भी मुख्यमंत्री फडणवीस को कुंभ मेले की पूरी जिम्मेदारी लेकर इसे भव्य और व्यवस्थित बनाना चाहिए.

बीते 23 मार्च को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने त्र्यंबकेश्वर और नासिक में 2027 के सिंहस्थ कुंभ मेले की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि समय पर सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी और इस काम में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी.

सीएम फडणवीस ने कहा था कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर और आसपास के इलाके के विकास के लिए योजना तैयार की गई है. कॉरिडोर, पार्किंग, शौचालय, मंदिर और तालाबों की मरम्मत जैसे काम किए जाएंगे. साथ ही ब्रह्मगिरि क्षेत्र में प्राकृतिक रास्ते बनाए जाएंगे.

मुख्यमंत्री फडणवीस ने उम्मीद जताई कि कुंभ मेला भव्य होगा. उन्होंने उत्तर प्रदेश में प्रयागराज महाकुंभ का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां उम्मीद से ज्यादा लोग आए थे. ठीक वैसे ही नासिक में भी भारी भीड़ होने की संभावना है. इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो.

एकेएस/एकेजे