अलीगढ़ पुलिस ने करोड़ों रुपए के नकली करेंसी बरामद किए, चार शातिर गिरफ्तार

अलीगढ़, 21 मार्च . अलीगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली करेंसी के कारोबार का खुलासा किया. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग अलीगढ़ में नकली नोटों की सप्लाई करने के लिए आ रहे हैं. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने अभियान चलाकर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

आरोपियों के पास से 2 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकली करेंसी, मादक पदार्थ गांजा और कुछ हथियार भी बरामद किए गए. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अलीगढ़, बदायूं और मैसूर (कर्नाटक) के निवासी शामिल हैं.

आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला कि यह गिरोह लंबे समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में नकली नोटों की सप्लाई कर रहा था. आरोपी वीडियो कॉलिंग के माध्यम से लोगों से संपर्क करते थे और फिर उन्हें एक सौदे का झांसा देकर नकली नोटों की आपूर्ति करते थे. उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए तरीके में 20 लाख रुपए के असली नोट देकर एक करोड़ रुपए की नकली करेंसी प्राप्त करने का लालच दिया जाता था.

पुलिस ने बताया कि आरोपी दिल्ली से नकली नोट मंगवाते थे और फिर इन्हें अलग-अलग जगहों पर सप्लाई करते थे, खासकर गांवों में लगने वाले पशु मेलों में इन नकली नोटों का इस्तेमाल किया जाता था. इसके साथ ही आरोपियों के पास से 6 किलो गांजा भी बरामद हुआ है, जिसकी अनुमानित कीमत एक लाख रुपए के करीब है.

क्षेत्राधिकारी महेश सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अपराधों की रोकथाम और अपराधियों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत एक अंतर जिला गिरोह को पकड़ा गया है, जो मुख्य रूप से निम्न गुणवत्ता वाले जाली नोटों के जरिए लोगों को ठगने का काम करता था. साथ ही, यह गिरोह गांजे के अवैध व्यापार में भी सक्रिय था.

पूछताछ में पता चला कि ये लोग दिल्ली आदि स्थानों से जाली नोट मंगवाते थे और फिर वीडियो कॉल के माध्यम से लोगों को नोट दिखाकर झांसा देते थे. शातिर गिरोह 20 लाख रुपए में 1 करोड़ रुपए के जाली नोट देने का लालच देकर लोगों को बेवकूफ बनाता था. आरोपियों के पास से लगभग छह किलो गांजा बरामद किया गया है, साथ ही दो करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की निम्न गुणवत्ता वाली जाली नोट और हथियार भी जब्त किए गए हैं. यह मूल रूप से 500 रुपए के नोट हैं. बरामद गांजे की बाजार में अनुमानित कीमत करीब एक लाख रुपए के आसपास है.

उन्होंने आगे बताया कि गिरोह चार लोगों का है और अभी जांच जारी है. हम इनसे और इनके साथियों से पूछताछ कर रहे हैं, ताकि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों का भी पता लगाया जा सके. जो भी जानकारी आगे मिलेगी, वह साझा की जाएगी. चारों का आपराधिक इतिहास भी रहा है, इनके खिलाफ पहले भी मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली थी कि चारों बदायूं से आ रहे थे और अलीगढ़ में डिलीवरी देने वाले थे. इसके बाद चेकिंग अभियान के दौरान इनकी कार दिखाई दी. जब इन्हें रोकने की कोशिश की गई, तो ये भागने लगे, लेकिन पुलिस ने पीछा कर इन्हें धर दबोचा.

पीएसके/एबीएम