लखनऊ, 9 जनवरी . योगी सरकार में मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवार को के साथ बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव के कार्यकाल में यूपी दंगों का प्रदेश बन गया था.”
उन्होंने कहा कि 2012 में समाजवादी पार्टी को जीत मिली. लोगों ने मुलायम सिंह को जिताने के लिए वोट किया. लेकिन, मुलायम सिंह ने पुत्र मोह में आकर अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी. इससे पहले अखिलेश यादव का कोई दूर-दूर तक वजूद नहीं था. पिता से मिली सीएम की कुर्सी पर 2012 से 2017 तक उनके मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने यूपी को दंगों का प्रदेश बना दिया. अपराधियों का हौसला बुलंद हो गया. इसी का प्रमाण था कि 2017 में जनता ने इन्हें कुर्सी से हटाया और अखिलेश को हटाकर भाजपा को जीत दिलाई.
संभल दंगा मामले में 47 साल बाद फाइल खुलेगी. इस मामले में उन्होंने कहा कि संभल एक बड़ी घटना थी, जिससे सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि पूरा देश हिल गया था. सैकड़ों की संख्या में हताहत हुए. लोगों के सामने सच आना चाहिए. लोग वास्तविक तथ्यों से रूबरू होना चाहते हैं.
महाकुंभ पर अखिलेश के बयान पर उन्होंने कहा कि हल्की बातें नहीं करनी चाहिए. वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं. महाकुंभ का भव्य आयोजन हो रहा है. हर व्यक्ति अतिथि देवो भव के तौर पर लोगों का स्वागत करने के लिए तैयार है. सभी धार्मिक आयोजन में गवाह बनने की भूमिका में होंगे. अखिलेश यादव से मैं पूछना चाहता हूं कि क्या वह खुद को सनातन से जुड़ा नहीं मानते हैं. सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाना चाहिए.
इंडी अलायंस में टूट पर उन्होंने कहा कि गठबंधन में शामिल लोग सिर्फ भाजपा और मोदी को हटाने के लिए ही एकजुट हुए थे. इनकी सच्चाई बहुत पहले सामने आ गई थी.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इंडी एलायंस में शामिल राजनीतिक दलों ने कांग्रेस छोड़ आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है. इसमें समाजवादी पार्टी, टीएमसी शामिल हैं.
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डीकेएम/एएस