अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना, मस्जिद में बैठक पर उठाए सवाल

हरिद्वार, 23 जुलाई . अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए संसद परिसर की मस्जिद में उनकी बैठक को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने से बातचीत में कहा कि मस्जिद नमाज के लिए होती है, न कि राजनीतिक बैठकों के लिए. पुरी ने इस मामले की जांच की मांग की और इसे सांप्रदायिकता से जोड़कर देखने की बात कही.

रवींद्र पुरी ने अखिलेश यादव की सांसदों के साथ बैठक और चाय पीने की वायरल तस्वीर पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा, “मस्जिद नमाज के लिए बनाई गई है, न कि सपा की बैठकों के लिए. अखिलेश वहां कार्यालय बना रहे हैं, जो गलत है. अगर वे मुस्लिम समुदाय के साथ बैठक कर रहे हैं, तो हिंदुओं को क्यों नहीं शामिल किया? यह गुप्त बैठकें क्या संदेश दे रही हैं? आखिर इन बैठकों का उद्देश्य क्या है?

रवींद्र पुरी ने अखिलेश पर हिंदू-मुस्लिम विभाजन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा, “अखिलेश ने पहले भी यादव और ब्राह्मण समुदायों को आपस में लड़ाने की कोशिश की. सोशल मीडिया पर ब्राह्मणों के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल हो रहा है, और वे चुपचाप सह रहे हैं.”

उन्होंने सवाल उठाया कि अखिलेश भारत में क्या चाहते हैं.

उन्होंने कहा, “कांवड़ यात्रा में पांच करोड़ श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे, इससे अखिलेश को परेशानी हो रही है. वे चाहते हैं कि जैसे सनातनी हिंदू हरिद्वार में इकट्ठा हुए, वैसे ही मुस्लिम समुदाय को मस्जिदों में इकट्ठा किया जाए.”

रवींद्र पुरी ने अखिलेश के एक पुराने बयान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने संसद में खुद को ‘गैर-हिंदू’ बताया था. पुरी ने इसे उनकी नीति का हिस्सा करार दिया और कहा कि ऐसी सोच देश के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने सरकार से मस्जिदों में होने वाली गतिविधियों की जांच की मांग दोहराई ताकि सच्चाई सामने आए.

एसएचके/एबीएम