मुंबई, 4 जुलाई . सत्तारूढ़ महायुति सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम अजित पवार ने महाराष्ट्र बजट 2024-2025 पर खुद अपनी तारीफ करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया. इसके बाद विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने उनकी जमकर आलोचना की.
अजित पवार ने महाराष्ट्र सरकार के बजट को ‘ऐतिहासिक’ बजट करार दिया. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना के साथ किसानों, युवाओं और अन्य विकासात्मक योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया.
हालांकि अजित पवार ने अफसोस जताते हुए कहा, “21 से 60 साल की गरीब महिलाओं के लिए ‘मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन’ योजना जैसी क्रांतिकारी पहल के बावजूद विपक्ष मेरी आलोचना कर रहा है.”
उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को अधिक स्वतंत्र बनाना है. उन्हें छोटी-छोटी चीजों के लिए पुरुषों से पैसे मांगने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा. लेकिन जो लोग केवल राजनीति करना चाहते हैं, वे इसकी आलोचना कर रहे हैं और यही उनके और मेरे बीच का अंतर है.
उन्होंने आगे कहा, “मैं अपना काम जारी रखे हुए हूं. पिछले कई सालों में मैंने कितनी योजनाएं या पहल शुरू की हैं, यह लिस्ट लंबी है. फिर भी विपक्ष चिल्ला रहा है कि हमने कुछ नहीं दिया. असल में, उनका राज्य के विकास से कोई लेना-देना नहीं है. वे केवल राजनीति कर रहे हैं.”
उन्होंने दावा किया कि अपने पूरे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने कभी कोई राजनीतिक दल नहीं बदला. लोग ही उनके निर्वाचन क्षेत्र रहे हैं, फिर भी नागरिकों के हित और राज्य की प्रगति के लिए काम करने के लिए उन्हें परेशान किया जा रहा है.
अजित पवार ने कहा, “मुझ पर भ्रष्टाचार का झूठा आरोप लगाया गया. मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित नहीं हुआ और न ही भविष्य में ऐसा होगा. जो लोग अधिक काम करते हैं, उन्हें अधिक आलोचना का सामना करना पड़ता है. मेरा अपराध यह है कि मैं गरीबों और किसानों के बारे में सोचता हूं. उनका बोझ कम करने और उनकी स्थिति सुधारने की कोशिश करता हूं, जिसे विपक्ष बर्दाश्त नहीं कर सकता.”
एनसीपी-एसपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने अपने चचेरे भाई की आलोचना करते हुए कहा, “भ्रष्टाचार के आरोप महायुति की सहयोगी भाजपा ने लगाए हैं. उन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अन्य भाजपा नेताओं ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है किसी और ने नहीं. इसलिए अजित पवार को उनसे सवाल पूछना चाहिए.”
राज्य कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एम आरिफ नसीम खान ने महाराष्ट्र सरकार के बजट को चुनावी बजट बताया. उनका कहना है कि सरकारी खजाने में पैसे नहीं होने के कारण कुछ भी लागू नहीं हो पाएगा. लोग जानते हैं कि यह एक धोखा है.
शिवसेना-यूबीटी सांसद संजय राउत ने कहा, “अजित पवार ने भले ही पार्टी नहीं बदली हो, लेकिन अपने ही चाचा शरद पवार की पार्टी ‘चुराने’ के बारे में क्या कहा? उन्हें इसका जवाब देना चाहिए.”
एनसीपी-एसपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और एमएलसी शशिकांत शिंदे ने संदेह जताया कि चुनाव से पहले विभिन्न चीजों का श्रेय लेने के लिए महायुति में खींचतान चल रही है.
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