अजित कुमार हत्याकांड : मुख्य गवाह ने पुलिस सुरक्षा मांगी, डीजीपी को लिखा पत्र

शिवगंगा, 3 जुलाई . तमिलनाडु के शिवगंगा में सिक्योरिटी गार्ड अजित कुमार के कथित हत्याकांड में गवाहों को अपनी जान का खतरा सताने लगा है. इसी डर से मामले में मुख्य गवाह शक्तिश्वरन ने तमिलनाडु के डीजीपी से सुरक्षा की मांग की है. अजित कुमार की कथित तौर पर पुलिस कस्टडी में मौत हुई थी.

इस मामले में 34 वर्षीय एम. शक्तिश्वरन वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने अपने मोबाइल फोन पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया था. उस कथित वीडियो में स्पेशल टास्क फोर्स का स्टाफ सिक्योरिटी गार्ड अजित कुमार पर हमला करते दिख रहा था. बाद में उन्होंने इस वीडियो को अदालत में अहम सबूत के तौर पर पेश किया.

फिलहाल शक्तिश्वरन ने तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को ईमेल के जरिए अपना मांग पत्र भेजा है. उन्होंने अपने और अपने परिवार के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की है.

शक्तिश्वरन ने दावा किया है कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए विशेष बल के पुलिसकर्मी राजा का संपर्क आपराधिक तत्वों से है. गवाह ने यह भी आरोप लगाया, “उन्हें 28 जून से ही धमकियां मिलनी शुरू हो गई थीं और अदालत में सबूत पेश करने के बाद ये धमकियां और बढ़ गई हैं. इससे न सिर्फ उन्हें, बल्कि उनके परिवार को भी गंभीर खतरा महसूस हो रहा है.”

इसके चलते गवाह शक्तिश्वरन ने डीजीपी को ईमेल भेजकर अपील की है कि उन्हें और उनके परिजनों को जल्द से जल्द सुरक्षा प्रदान की जाए. शक्तिश्वरन ने यह भी कहा कि वह इस संबंध में जल्द ही हाई कोर्ट में याचिका दायर करेंगे.

मामले से जुड़े वकील गणेश ने कहा, “भारतीय कानून के अनुसार, मुख्य गवाहों को उचित सुरक्षा मिलनी चाहिए. इस मामले में अब तक कोई सुरक्षा नहीं दी गई है. इसलिए ईमेल के माध्यम से औपचारिक रूप से सुरक्षा की मांग की गई है. यह एक गंभीर मामला है और जल्द ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे.”

पुलिस ने 27 जून को अजित कुमार को चोरी के आरोप में हिरासत में लिया था. अगले दिन उसकी तबीयत बिगड़ी और फिर मौत हो गई. परिवार ने पुलिसकर्मियों पर अजित के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है. इस मामले में अब तक पांच आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. फिलहाल तमिलनाडु में इस मामले को लेकर राजनीति भी जारी है.

डीसीएच/एकेजे