नई दिल्ली, 12 मार्च . होली और जुम्मे की नमाज को लेकर उस वक्त नया विवाद पैदा हो गया जब बिहार के दरभंगा की मेयर अंजुम आरा ने शुक्रवार को दोपहर के समय कुछ देर के लिए होली खेलने पर रोक लगाने की मांग कर डाली, ताकि मुस्लिम समुदाय जुम्मे की नमाज अदा कर सके. उनके इस बयान के बाद चौतरफा विरोध जताया जा रहा है.
बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने तो यहां तक कह दिया कि अगर वह जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से हैं, तो उन्हें तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए.
दरभंगा की मेयर के बयान पर भाजपा सांसद अजय टम्टा ने बुधवार को समाचार एजेंसी से कहा कि होली भाईचारे का त्योहार है. देश के अंदर होली पर्व को लेकर एक विशेष महत्व है. विदेश में भी जहां भारतीय मूल के लोग रहते हैं, धूमधाम से होली मनाते हैं. यह खुशियों का त्योहार है. दरभंगा की मेयर ने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, वह ठीक नहीं है. इस बयान ने देश के लोगों के मन को ठेस पहुंचाई है.
उल्लेखनीय है कि दरभंगा की मेयर ने होली और जुम्मे की नमाज को लेकर शहरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने आग्रह किया कि शुक्रवार को दोपहर बाद 12:30 बजे से दो बजे तक होली खेलने पर रोक लगाई जाए, ताकि मुस्लिम समुदाय जुमे की नमाज अदा कर सके. मेयर ने कहा कि जुमे का समय आगे नहीं बढ़ाया जा सकता, इसलिए शहरवासियों को आपसी सौहार्द्र बनाए रखने के लिए इस दौरान होली से परहेज करना चाहिए. उन्होंने खास तौर पर अपील की कि मस्जिदों और नमाज अदा करने वाले स्थलों के पास होली न खेली जाए.
अंजुम आरा ने कहा, “झगड़ा कोई नहीं करना चाहता है. दो-चार असामाजिक तत्व हैं, जिनकी वजह से यह सब होता है. मैं दरभंगा के लोगों से कहना चाहूंगी कि आप प्रशासन की मदद कीजिए. जरूरत पड़ने पर प्रशासन की मदद लीजिए, ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके. हम लोगों ने तरकीब निकाली है कि होली को दो घंटे के लिए रोका जाए. 12:30 बजे से दो बजे तक होली को रोककर जुमे की नमाज अदा करने दी जाए.”
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डीकेएम/एकेजे