इटावा, 4 सितंबर . उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय Wednesday को इटावा की सेंट्रल जेल में बंद कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे, लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी.
इस पर नाराजगी जताते हुए अजय राय करीब डेढ़ घंटे तक जेल के बाहर धरने पर बैठे रहे. बाद में वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ इटावा शहर स्थित कांग्रेस पार्टी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में पुलिस और जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए.
अजय राय ने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस और जेल प्रशासन राज्य की भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं. भाजपा नेताओं के कहने पर हमारे कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए, जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रार्थना पत्रों को पुलिस ने स्वीकार नहीं किया.
राय ने कहा, “यह साफ है कि पुलिस प्रशासन भारी दबाव में काम कर रहा है. हम इस अन्याय के खिलाफ संवैधानिक तरीके से लड़ाई लड़ेंगे और शासन स्तर पर इस मुद्दे को उठाएंगे. कांग्रेस सड़कों पर उतरकर इस दमन का जवाब देगी और लोकतांत्रिक तरीके से अपने हक की लड़ाई लड़ेगी.”
उन्होंने पूरे प्रदेश में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हो रहे उत्पीड़न का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यालयों में तोड़फोड़ की जा रही है और बेगुनाह कार्यकर्ताओं को जेल में डाला जा रहा है. भाजपा भूल रही है कि सत्ता हमेशा नहीं रहती. जब सत्ता बदलेगी, तब एक-एक का हिसाब होगा. हमारे कार्यकर्ता बब्बर शेर हैं और डटकर इस दमन का मुकाबला करेंगे.
उन्होंने जेल प्रशासन पर कैद कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया. अजय राय ने कहा, “मैं भले ही बाहर का व्यक्ति हूं, लेकिन जेल में बंद कार्यकर्ताओं के परिवार हमारे साथ हैं. उन्हें भी मिलने की अनुमति नहीं दी गई. यह साफ दर्शाता है कि जेल में हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. भाजपा सरकार विपक्ष से डरी हुई है और प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग कर कांग्रेस की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. हम डरने वाले नहीं हैं. मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि आगामी 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 100 फीसदी सत्ता परिवर्तन होगा.”
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एकेएस/डीकेपी