दरभंगा, 19 सितंबर . दरभंगा के सुपौल बाजार में Friday को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा के दौरान ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के कार्यकर्ताओं ने उनकी वैन को रोककर नारेबाजी की. उन्होंने महागठबंधन में अपनी पार्टी को शामिल करने की मांग की.
इससे पहले, यात्रा के तीसरे दिन Thursday रात मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर प्रखंड अंतर्गत झिटकिया में भी तेजस्वी को विरोध का सामना करना पड़ा था. जब उनकी यात्रा सिंहेश्वर से मधेपुरा की ओर बढ़ रही थी, तभी बड़ी संख्या में स्थानीय मुस्लिम युवा सड़क पर उतर आए और ‘गठबंधन नहीं तो वोट नहीं’ के नारे लगाने लगे थे.
युवाओं की मांग थी कि यदि आरजेडी मुसलमानों की जनसंख्या के अनुपात में उन्हें राजनीति में हिस्सेदारी नहीं देती तो वे वोट नहीं देंगे.
Friday को तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा का चौथा दिन रहा. इस दौरान वे मधेपुरा से सहरसा पहुंचे, जहां उन्होंने तीन जगहों पर जनता को संबोधित किया. अपने भाषण में तेजस्वी ने बिहार की सबसे बड़ी समस्याओं पलायन और बेरोजगारी को मुद्दा बनाया.
उन्होंने कहा कि आज भी लाखों बिहारी युवाओं को रोजगार की तलाश में अपने घर से दूर जाना पड़ता है. यह स्थिति बताती है कि राज्य में सुशासन पूरी तरह विफल हो चुका है.
तेजस्वी ने Chief Minister नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि अब वे अचेत अवस्था में हैं और बिहार को संभालने की क्षमता उनमें नहीं बची है. उन्होंने युवाओं से अपील की कि बिहार को अब एक युवा Chief Minister चाहिए, क्योंकि खटारा Government अब चलने वाली नहीं है.
तेजस्वी ने बेरोजगार युवाओं को भरोसा दिलाया कि अगर उन्हें मौका मिला तो जिसके पास डिग्री होगी, उसे नौकरी दी जाएगी.
साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर भी तीखा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि बिहार में बिना घूस दिए कोई काम नहीं हो रहा है और यह स्थिति आम लोगों के लिए बेहद अपमानजनक है. उन्होंने जनता से वादा किया कि उनकी Government में इस स्थिति को बदला जाएगा.
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पीआईएम/वीसी