नई दिल्ली, 20 फरवरी . अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने मंगलवार को दिल्ली सॉकर एसोसिएशन को एक ईमेल नोटिस भेजकर सोमवार (19 फरवरी, 2024) को खेले गए दिल्ली प्रीमियर लीग मैच के दौरान हुई घटना पर स्पष्टीकरण मांगा.
आरोप है कि अहबाब एफसी और रेंजर्स एफसी के बीच मैच के दौरान खिलाड़ियों ने संदिग्ध आत्मघाती गोल किए, जिससे मैच फिक्सिंग की आशंका पैदा हो गई. संदिग्ध आत्मघाती गोलों के वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ पोस्ट किए गए कि ये घटनाएं अहबाब एफसी द्वारा मैच में 4-0 की बढ़त लेने के बाद शुरू हुईं.
उनके रक्षकों ने आश्चर्यजनक रूप से कुछ आत्मघाती गोल किए, गेंद को अपने गोलकीपर के पास विचित्र तरीके से पास किया और गेंद को कहीं से भी नेट में डाल दिया.
हालांकि दिल्ली सॉकर एसोसिएशन (डीएसए) ने मंगलवार को इस कथित मैच फिक्सिंग में उनकी भूमिका के लिए अहबाब एफसी को निलंबित कर दिया, एआईएफएफ ने पूरे देश में लीगों में मैच फिक्सिंग की कथित घटनाओं में कदम उठाने और व्यापक जांच शुरू करने का फैसला किया.
एआईएफएफ अधिकारियों ने अपने अध्यक्ष कल्याण चौबे के नेतृत्व में मंगलवार को एक आपात बैठक की, जिसमें डीएसए अध्यक्ष अनुज गुप्ता को घटना का विवरण और इस मुद्दे पर मेजबान संघ के रुख की जानकारी लेने के लिए बुलाया गया.
कल्याण चौबे ने कहा, ”हम यहां अपनी जांच को एक मैच तक सीमित नहीं कर रहे हैं. कई आपत्तिजनक साक्ष्य पाए गए हैं, जो पूरी लीग पर गंभीर संदेह पैदा करते हैं.
उन्होंने कहा, “मैं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के संयुक्त पुलिस आयुक्त से मिलूंगा, ताकि हमें इसकी गहन जांच करने और इस सिंडिकेट की जड़ तक पहुंचने में मदद मिल सके. डीएसए को तुरंत एफआईआर दर्ज कराने की सलाह दी गई है. हमारी जांच दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगी.“
एआईएफएफ अध्यक्ष ने कहा, “हमारे पास सबूतों पर भरोसा करने के कारण हैं, अन्य शहरों में भी ऐसी प्रथा है और हम अपनी जांच के लिए बड़ा नेटवर्क बनाएंगे.“
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