एआईएफएफ विकास समिति ने आयोजित की वर्चुअल बैठक

नई दिल्ली, 15 मई . अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ(एआईएफएफ) की विकास समिति ने बुधवार को एक वर्चुअल बैठक की. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता एआईएफएफ की कार्यकारी समिति के सदस्य अविजीत पॉल ने की.

कार्यक्रम में एआईएफएफ के कार्यवाहक महासचिव, एम सत्यनारायण के साथ-साथ क्लिफ नोंग्रम, ताकुम किपा और डॉ. सोनम टी. एथेनपा भी उपस्थित थे, ताकि एआईएफएफ द्वारा प्रदान किए गए 2024/25 वित्तीय वर्ष में धन के उपयोग के लिए दिशानिर्देश तय किए जा सकें.

पॉल ने कहा, “यह एआईएफएफ में 2024-25 वित्तीय वर्ष की पहली विकास समिति की बैठक है. जब से विकास समिति का गठन हुआ है, तब से राज्य और एआईएफएफ देश भर में खेल के विकास के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. एआईएफएफ की मदद से राज्य पूरे साल खेल की गतिविधियों को बढ़ाने में सफल रहे हैं. हमें उम्मीद है कि इस बार भी हम इसी तरह आगे बढ़ते रहेंगे.”

बैठक में समिति ने इस तथ्य को संबोधित किया कि प्रत्येक राज्य को अगले वर्ष के लिए कम से कम चार टूर्नामेंटों की मेजबानी करनी होगी, जिसमें से प्रत्येक को जूनियर लड़कों और लड़कियों के लिए आयोजित किया जाएगा ताकि दी जा रही धनराशि का उचित उपयोग किया जा सके.

कार्यवाहक महासचिव ने कहा, ”एआईएफएफ ने इस तथ्य पर भी जोर दिया कि सभी आयोजनों के लिए प्रतिस्पर्धा प्रबंधन प्रणाली (सीएमएस) का उपयोग अनिवार्य है.”

यह भी कहा गया है कि विकासात्मक निधि के सुचारु उपयोग के लिए नियमों का एक नया सेट बनाया जाना चाहिए और अनुमोदन के लिए कार्यकारी समिति को प्रस्तुत किया जाना चाहिए.

राज्य भारतीय फुटबॉल की रीढ़ हैं. राज्यों को एआईएफएफ से आवश्यक समर्थन प्रदान करने की नीति ने खेल को आगे बढ़ाने में काफी प्रभाव डाला है. हम भारत के हर कोने में फुटबॉल की प्रगति के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे.

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एएमजे/आरआर