डिजिटल दौर में गलत जानकारियों को रोकने के लिए भी एआई मॉडल्स जरूरी : पंकज मोहिंद्रू

नई दिल्ली, 7 अप्रैल . ‘वेव्स 2025’ के ‘क्रिएट इन इंडिया चैलेंज’ के तहत इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) द्वारा आयोजित ‘ट्रुथ टेल हैकाथॉन फिनाले’ में आईसीईए के चेयरमैन पंकज मोहिंद्रू ने गलत खबरों के तेजी से प्रसार को रोकने के लिए एआई मॉडल्स बनाने की जरूरत पर जोर दिया.

उन्होंने कहा, “पहले जहां रामायण और चित्रहार का जमाना था, वहीं अब एक बड़े बदलाव के साथ यह सोशल मीडिया का दौर है. जानकारियों और ब्रॉडकास्टिंग के सोर्स अलग-अलग होकर बंट गए हैं. ऐसे में ट्रेडिशनल सेंसर मोड फिजिकली संभव नहीं हैं. इसके लिए डिजिटल तरीकों का इस्तेमाल करना होगा.”

उन्होंने बताया, ”डिजिटल मिस-इंफॉर्मेशन एक बड़ा खतरा भी है, क्योंकि यह तेजी से फैलता है. उदाहरण के लिए एल्कोहल पीने से कोरोना ठीक हो जाता है. बड़ी घटनाओं के बाद गलत खबरें तेजी से फैलती हैं. इसे काउंटर करने के लिए एआई मॉडल्स बनाने होंगे, जिससे किसी भी खबर के सही या गलत होने को कुछ हद तक जांचा जा सके. यह केवल सही खबरों के लिए नहीं, सही मल्टीमीडिया, वीडियो, रिपोर्ट्स और जानकारियों के लिए भी जरूरी है.”

कार्यक्रम को लेकर जानकारी देते हुए मोहिंद्रू ने कहा कि इस कार्यक्रम के साथ 5,500 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए और भागीदारों की असाधारण प्रतिभा देखने को मिली.

मोहिंद्रू ने कहा, “डिजिटल इंडिया और क्रिएटिविटी की कोई निश्चित पैमाना नहीं है. क्रिएटिविटी एक 15 साल के बच्चे में भी हो सकती है और 90 वर्ष के बुजुर्ग में भी हो सकती है. भारत एक युवा राष्ट्र है, इसलिए युवाओं की ज्यादा भागीदारी प्रतीत होती है. 25 ग्रुप को शॉर्टलिस्ट किया गया है. 5 लोगों को फाइनल राउंड में लाया जाएगा और 10 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा. युवा बेहद उत्साहित हैं और हमें काफी बेहतर प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं.”

मोहिंद्रू ने आगे कहा, “फाइनल असेंबली प्रक्रियाओं में एआई, इंडस्ट्री 4.0 और रोबोटिक्स प्रमुख नहीं हैं, लेकिन इस दिशा में बदलाव हो रहे हैं. भारत में, यह अभी भी सीमित है. हम इसका बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं. हालांकि, कंप्यूटिंग में, एआई बेहद शक्तिशाली हो गया है. एआई मिशन ने युवाओं के लिए सभी आवश्यक उपकरण प्रदान किए हैं और वे अब सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं. यह प्रगति सरकार के मजबूत समर्थन का भी परिणाम है.”

प्रतिभागियों के हौसले को बढ़ाते हुए मोहिंद्रू ने कहा कि इस कड़ी प्रतिस्पर्धा से निकलने के बाद एक अच्छी पॉजिशन मिलेगी. साथ ही वे कंपनियां, जिन्हें निवेश और टैलेंट की जरूरत है, वे जरूर इन प्रतिभागियों की तरफ आकर्षित होंगी.

एसकेटी/एबीएम