अहमदाबाद, 13 जून . गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए विमान हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों की पहचान करने के लिए शवों के डीएनए सैंपल लेने का काम पूरा हो गया है. हादसे में शव बुरी तरह जल जाने के कारण उनकी पहचान मुश्किल हो गई है. ऐसे में डीएनए टेस्ट के जरिए परिजनों से मिलान कर उनकी पहचान की जाएगी.
जानकारी के अनुसार, सभी शवों को पोस्टमॉर्टम हाउस से हटाकर कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित रखा गया है, ताकि डीएनए रिपोर्ट आने तक शव संरक्षित रहें. अगले 72 घंटे में डीएनए रिपोर्ट आने की उम्मीद है. रिपोर्ट आने के बाद डीएनए को यात्रियों के परिजनों के डीएनए से मिलाया जाएगा और फिर मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंपे जाएंगे.
बता दें कि गुरुवार को लंदन जाने के लिए अहमदाबाद से उड़ान भरने वाली एयर इंडिया के इस विमान में 230 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे. इस हादसे में केवल एक यात्री विश्वास कुमार रमेश जीवित बचे, जो सीट नंबर 11ए पर थे और आपातकालीन निकास के पास बैठे थे. वह भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं.
हादसे के बाद राज्य सरकार ने तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए. घायलों के लिए तत्काल चिकित्सा व्यवस्था और अस्पतालों में प्राथमिकता के आधार पर उपचार सुनिश्चित करने के लिए “ग्रीन कॉरिडोर” बनाया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने लगभग 20 मिनट तक घटनास्थल का मुआयना किया और राहत कार्यों में लगे अधिकारियों और एनडीआरएफ की टीमों से जानकारी ली. इसके बाद, वह अहमदाबाद के सिविल अस्पताल गए, जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की, उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली, और एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश से भी बात की. अस्पताल में भर्ती घायलों में कुछ हॉस्टल के छात्र थे. पीएम मोदी के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू और राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी मौजूद थे.
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पीएसके/एकेजे