एग्रीटेक स्टार्टअप फाल्का का घाटा वित्त वर्ष 24 में तीन गुना बढ़कर 15 करोड़ रुपये हुआ

नई दिल्ली, 9 मार्च . एग्रीटेक सप्लाई चैन स्टार्टअप फाल्का का नुकसान वित्त वर्ष 24 में तीन गुना बढ़कर 15 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 5 करोड़ रुपये था.

फाल्का के वित्तीय विवरण के अनुसार, कंपनी का नुकसान बढ़ने की वजह खर्च में बढ़ोतरी होना है, जो कि वित्त वर्ष 24 के दौरान 30.2 प्रतिशत बढ़कर 384 करोड़ रुपये हो गया है.

कंपनी का सबसे बड़ा खर्च सामग्री की खरीद है, जो कुल व्यय का 94 प्रतिशत है.

वित्त वर्ष 24 में कंपनी का सामग्री पर खर्च सालाना आधार पर 27 प्रतिशत बढ़कर 362 करोड़ रुपये हो गया है. इसके अलावा कर्मचारी खर्च दोगुना होकर 10 करोड़ रुपये हो गया है.

वित्त वर्ष 24 में कंपनी की वित्तीय लागत 50 प्रतिशत बढ़कर 3 करोड़ रुपये हो गई है. अन्य ऑपरेशनल लागत 9 करोड़ रुपये रही है.

वित्त वर्ष 24 में नुकसान के कारण कंपनी का एबिटा मार्जिन (-) 1 प्रतिशत से घटकर (-) 3.14 प्रतिशत हो गया है.

वित्त वर्ष 24 में फाल्का ने एक रुपये की आय अर्जित करने के लिए 1.04 रुपये खर्च किए हैं. इस दौरान कंपनी का कैश और बैंक बैंलेंस 50 प्रतिशत गिरकर 4 करोड़ रुपये रह गया है. कंपनी की मौजूदा एसेट्स गिरकर 24.5 करोड़ रुपये रह गई है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 53.5 करोड़ रुपये थी.

वित्त वर्ष 24 में फाल्का की सकल आय 27.3 प्रतिशत बढ़कर 368 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 289 करोड़ रुपये थी.

पिछले पांच वर्षों में कंपनी ने मजबूत वृद्धि दिखाई है, इस कारण जीएमवी वित्त वर्ष 20 में 5.6 करोड़ रुपये से 65 गुना बढ़कर वित्त वर्ष 25 में 368 करोड़ रुपये हो गया है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, फाल्का ने अब तक लगभग 3 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है, जिसमें किंग्स्टन स्माइलर और इन्फ्लेक्शन पॉइंट वेंचर्स इसके प्रमुख निवेशक हैं.

फाल्का चार प्रमुख उत्पादों के माध्यम से काम करता है, जो प्रत्येक एग्री सप्लाई चैन के विभिन्न पहलुओं को संबोधित करता है.

सुग्गी बीज और कीटनाशकों जैसे एग्री इनपुट प्रदान करता है, जबकि सम्राट सलाहकार सेवाएं और बाजार संपर्क प्रदान करता है. सिरी किसानों और खरीदारों के लिए एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है और सम्पूर्णा कृषि उत्पादकता में सुधार के लिए डिजिटल समाधान प्रदान करता है.

एबीएस/