पटना, 21 दिसंबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘पूर्वोदय योजना’ के तहत नीति आयोग द्वारा पूर्वी भारत के समग्र विकास के लिए नोडल एजेंसी के रूप में बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर, भागलपुर को नामित किया गया है.
बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के कुलपति डॉ डीआर सिंह ने बताया कि “यह पहल बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश समेत पूर्वी क्षेत्र के विकास के लिए ‘पूर्वोदय योजना’ के तहत की जा रही है. इसके अंतर्गत पूर्वी भारत में कृषि, ग्रामीण विकास और संबंधित क्षेत्रों में मौजूद अनूठी चुनौतियों और संभावनाओं का अध्ययन करके एक व्यापक राज्य योजना बनाने का प्रयास होगा.”
कुलपति ने कहा, ” नीति आयोग ने बिहार कृषि विश्वविद्यालय की शोध में उत्कृष्टता और विशिष्ट विशेषज्ञता को मान्यता देते हुए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है. यह पहल क्षेत्र के महत्वपूर्ण मुद्दों का विश्लेषण करने, क्षेत्रीय योजनाओं और पिछले कार्यक्रमों के प्रदर्शन के आधार पर संभावित लक्ष्यों को निर्धारित करने और उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक हस्तक्षेपों को सूचीबद्ध करने पर केंद्रित होगी.”
उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य पूर्वोदय क्षेत्र को विकास का इंजन बनाना और विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करना है. यह पहल कृषि और ग्रामीण विकास में संरचनात्मक सुधार लाने और क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करने में मदद करेगी.
बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डी.आर. सिंह ने इस खास अवसर पर विश्वविद्यालय के नामांकन पर गर्व और जिम्मेदारी का प्रतीक होने की बात कही. साथ ही कहा, इस योजना को प्रभावी और टिकाऊ बनाने के लिए अपनी पूरी विशेषज्ञता और संसाधनों का उपयोग करेंगे.
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा जनकल्याण को ध्यान में रखकर ऐसी कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका मुख्य मकसद जनता को फायदा पहुंचाना है.
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