ग्रेटर नोएडा, 26 जून . उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के औद्योगिक विकास को एक नई दिशा देने जा रही है. न्यू नोएडा की तर्ज पर अब आगरा में भी एक भव्य इंडस्ट्रियल टाउनशिप बसाई जाएगी. यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इसकी योजना पर तेजी से काम शुरू कर दिया है.
आगरा में 10,860 हेक्टेयर क्षेत्र में इस इंडस्ट्रियल टाउनशिप का विकास किया जाएगा. इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत आगरा में यमुना अथॉरिटी का नया कार्यालय भी खोला जाएगा. योजना के तहत एक इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर विकसित किया जाएगा, जो तीन फेज में तैयार किया जाएगा. इस पूरे प्रोजेक्ट में पर्यटन को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी, साथ ही उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को भी प्रमोट किया जाएगा.
यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने गुरुवार को बताया कि आगरा की लेदर मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री से जुड़े प्रमुख उद्योगपतियों के साथ एक अहम बैठक आयोजित की गई. इस बैठक के दौरान 100 एकड़ भूमि के लिए लेटर ऑफ इंटेंट जारी किया गया है.
अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस भूमि पर 100 से अधिक छोटे-बड़े उद्योग लगाए जाएंगे. इस परियोजना लागत करीब चार-पांच हजार करोड़ रुपए होगी. इससे लगभग पांच लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. यह क्लस्टर खास तौर श्रम साध्य है जिससे युवाओं को रोजगार मिलेगा.
लेदर एक्सपोर्ट के उत्तरी क्षेत्र के चेयरमैन पूरण डाबर ने बताया कि उन्हें पहली बार किसी सरकारी योजना में इतना सकारात्मक रिस्पॉन्स मिला है. उन्होंने कहा, “सरकारी अफसरों का रवैया अब बिल्कुल बदल चुका है. हमें न केवल एलओआई तुरंत जारी किया गया, बल्कि हर सुविधा और कनेक्टिविटी के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी गई.”
डाबर ने यह भी बताया कि जिस स्थान पर इंडस्ट्री बसाई जा रही है, वह मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेसवे और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर जैसी प्रमुख ढांचागत सुविधाओं से लैस है. उन्होंने यह भी कहा कि फुटवेयर इंडस्ट्री से सबसे ज्यादा रोजगार और विदेशी मुद्रा दोनों प्राप्त होती हैं.
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पीकेटी/एकेजे