अमेरिका में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत के साथ रिश्तों में जमीन-आसमान का फर्क : जी.डी. बख्शी

गुरुग्राम, 14 फरवरी . अमेरिका के भारत को एफ-35 लड़ाकू विमान देने की पेशकश की रक्षा विशेषज्ञ जी.डी. बख्शी ने तारीफ की है. उन्होंने कहा कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में जमीन-आसमान का अंतर आया है.

जी.डी. बख्शी ने समाचार एजेंसी से कहा, “यह बहुत अहम कदम और खुशी की बात है. अमेरिका की पिछली बाइडन सरकार ने भारत को एफ-16 देने की बात कही थी, जो 30 साल पहले पाकिस्तान को दिया गया था. उन्होंने एक तरह से कहा था कि भारत को पाकिस्तान से ज्यादा उन्नत विमान नहीं मिल सकता. लेकिन अब डोनाल्ड ट्रंप आए हैं, जिससे जमीन-आसमान का फर्क पड़ा है.”

बख्शी ने बताया कि एफ-35 दुनिया में अत्याधुनिक स्टेल्थ फाइटर विमान है, जो उन्होंने देने की पेशकश की है. चीन के पास आज के समय में पांचवीं पीढ़ी के स्टेल्थ फाइटर जे-20 और जे-35 हैं. चीन पाकिस्तान को जे-35 बेचने के लिए राजी हो गया है और पाकिस्तान के फाइटर पायलट आज के समय में चीन में जाकर इसकी ट्रेनिंग ले रहे हैं. ऐसे में एक-दो साल में पाकिस्तान के पास जे-35 पांचवीं पीढ़ी का फाइटर विमान आ जाएगा.

रक्षा विशेषज्ञ ने कहा, “आज भारत की बराबरी चीन से करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन अभी पाकिस्तान हमसे आगे है. बहुत ही पेचिदा हालात बन रहे हैं. हम देश में अपना एमका (एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट) बना रहे हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि उसके विकास में 10-15 साल लगेंगे. ऐसे में बीच में क्या होगा. हमें 18 या 36 की संख्या में एफ-35 या रूस से एसयू-57 लेना ही पड़ेगा.”

26/11 हमले के मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर जी.डी. बख्शी ने कहा कि भारत और अमेरिका ने दिखाया है कि वे आतंकवाद के खिलाफ बिल्कुल रियायत नहीं बरतेंगे.

एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भारत को एक प्रमुख रणनीतिक सहयोगी बताने वाले ट्रंप के बयान पर उन्होंने कहा, “यह बिल्कुल सही है. बाइडेन के समय में अमेरिका ने चीन को बड़ा दुश्मन नहीं मानकर रूस को बड़ा दुश्मन माना और हमें रूस से दुश्मनी करने को कहा, जबकि रूस हमारा दोस्त रहा है. लेकिन अब ट्रंप ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता चीन है, जिसमें क्वाड की अहमियत बढ़ जाती है और अमेरिका को भारत की मदद चाहिए.”

प्राकृतिक गैस और कच्चे तेल की आपूर्ति बढ़ाने को लेकर बख्शी ने बताया, “ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में मुकेश अंबानी को बुलाया था, जो तेल और गैस की खरीदारी करते हैं. यकीनन हम उनसे अब कुछ ज्यादा खरीदेंगे, जिससे एक-दूसरे का फायदा होगा.”

उन्होंने कहा, “पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की मीटिंग बहुत अच्छी रही. दोनों बहुत इज्जत के साथ एक-दूसरे से मिले हैं. मुलाकात से पहले कई ऐसी बातें की जा रही थीं कि टैरिफ लगा दिया जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. दोनों देशों के बीच एक अलग ट्रेड एग्रीमेंट की भी बात हुई है, जिसके चलते दोनों देशों के मुद्दे आपस में सुलझा लिए जाएंगे. अब दोनों देशों के बीच रिश्ते बहुत मजबूत होंगे.”

अमेरिका के भारतीयों को डिपोर्ट किए जाने को लेकर जी.डी. बख्शी ने कहा, “अमेरिका ने अपने नियम के तहत लोगों को डिपोर्ट किया. इसमें कोई गलत बात नहीं है. भारत को भी इससे सबक लेकर अवैध बांग्लादेशियों को उनके देश भेजना चाहिए.”

एससीएच/एकेजे