नई दिल्ली, 3 जून . भाजपा सांसद बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने बहरीन, कुवैत, अल्जीरिया और सऊदी अरब की यात्रा पूरी कर ली है. इस दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने भारत की आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ यानी शून्य सहनशीलता की नीति के बारे में जानकारी दी. साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नई सख्त नीति अपनाई है, जिसे ‘नया सामान्य’ कहा जा रहा है.
राजधानी लौटने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि चार देशों की यह यात्रा “बहुत सफल” रही. उन्होंने बताया कि इन देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के सख्त रुख को समझा और खुद भी इस दिशा में ठोस कदम उठाए हैं.
उन्होंने कहा, “यह दौरा बहुत सफल रहा. हमने जिन चार देशों बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब और अल्जीरिया का दौरा किया, वे पहले से ही आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठा चुके हैं. उनका रुख साफ है और वे भारत की नीतियों को अच्छी तरह समझते हैं. भारत के इतिहास को देखते हुए हमें अपनी बात साबित करने की जरूरत नहीं पड़ती. हम ऐसे देश हैं जिसने हजारों सालों से दुनिया भर के सताए हुए लोगों को शरण दी है. हम अहिंसा में विश्वास करने वाले देश हैं.”
उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों द्वारा किए गए पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी जानकारी और आंकड़े इन देशों के सामने मजबूती से रखे. साथ ही, भारत की इस हमले पर की गई सख्त और रणनीतिक कार्रवाई के बारे में भी उन्हें जानकारी दी गई.
उन्होंने बताया, “हम वहां खासतौर पर पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जुड़े तथ्य और आंकड़े पेश करने गए थे. इसके बाद भारत ने जिस तरह से जवाब दिया, वह आज का ‘नया सामान्य’ है. अब हम आतंकवादी हिंसा का सटीक और लक्षित तरीके से जवाब देते हैं. हमारा मकसद पाकिस्तान की गलत नीतियों को दुनिया के सामने लाना और वहां से आतंकवाद को मिल रहे खुले समर्थन को रोकना है.”
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के नेताओं के साथ भारत के मजबूत रिश्ते बनाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है. उन्होंने कहा, “पिछले 10–11 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन देशों के नेताओं के साथ बहुत मजबूत रिश्ते बनाए हैं. इनमें से कई देशों ने उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से भी सम्मानित किया है. आज भारत की तेज आर्थिक तरक्की को देखते हुए ये देश भारत को एक बड़े अवसर के रूप में देखते हैं और वे न सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ, बल्कि कई अन्य साझा मुद्दों पर भी भारत के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं.”
पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठे प्रचार पर पांडा ने कहा, “पाकिस्तान लगातार दुष्प्रचार करता आ रहा है. कई सालों तक वह एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में रहा, जिससे उसे अंतरराष्ट्रीय विकास फंड का गलत इस्तेमाल करने में दिक्कत हुई. अब जब वह इस सूची से बाहर आ गया है, तो दोबारा फंड के दुरुपयोग को लेकर चिंता बढ़ गई है. हमने इस मुद्दे पर भी चर्चा की.”
पांडा ने ‘एक्स’ पर इस दौरे का सारांश देते हुए लिखा, “बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब और अल्जीरिया के चार देशों के महत्वपूर्ण संसदीय दौरे का सफल समापन हुआ. पिछले कुछ दिनों में हमने आतंकवाद के खिलाफ भारत का मजबूत संदेश पहुंचाया और ऐतिहासिक रिश्तों को और मजबूत किया और कई उच्च स्तर की बैठकों में हिस्सा लिया. हर देश में हमें गर्मजोशी से स्वागत और सार्थक बातचीत का मौका मिला, जिसके लिए मैं आभारी हूं. मैं अपने साथी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों की खास सराहना करता हूं, उनकी समझ, समर्पण और टीमवर्क की वजह से हम इस मिशन में भारत की आवाज़ को मजबूती से रख पाए.”
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एसएचके/एएस