रांची, 27 सितंबर . झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार के आदेश के बाद झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने सामान्य स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता (जेएसएससी-सीजीएल) परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है. शुक्रवार को कमीशन की ओर से जांच कमेटी गठन की सूचना जारी की गई.
कमेटी के अध्यक्ष कमीशन के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता होंगे. जबकि, संयुक्त सचिव मधुमिता कुमारी और उप-सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार लाल सदस्य बनाए गए हैं.
झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों में लगभग दो हजार पदों पर नियुक्ति के लिए जेएसएससी सीजीएल की यह परीक्षा 21-22 सितंबर को राज्य में 823 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई थी. परीक्षा में 3 लाख 4 हजार 769 अभ्यर्थी शामिल हुए थे. परीक्षा संपन्न होने के दूसरे दिन से ही अभ्यर्थियों ने पेपर लीक और प्रश्नपत्रों में पिछले वर्षों की रद्द परीक्षाओं के प्रश्न बड़ी संख्या में दोहराए जाने के आरोपों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया.
भारतीय जनता पार्टी ने भी परीक्षा में व्यापक गड़बड़ी के आरोप लगाए. रांची और हजारीबाग सहित राज्य के कई शहरों में इसे लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किए. गुरुवार को हजारों अभ्यर्थियों ने जेएसएससी दफ्तर का घेराव भी किया था. इस बीच जेएसएससी के अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनौती दी थी कि परीक्षा पारदर्शी तरीके से हुई है, लेकिन आरोप लगाने वाले अगर गड़बड़ी के सबूत दें, तो परीक्षा को रद्द कर देंगे.
इस बीच अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गड़बड़ियों के आरोपों और साक्ष्यों के साथ राज्यपाल से मिलकर जांच की गुहार लगाई थी. गुरुवार को राज्यपाल ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और जेएसएससी को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच कराने को कहा.
राज्यपाल ने पत्र में कहा था कि परीक्षा और कमीशन की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. इसके बाद जेएसएससी ने शुक्रवार को जांच कमेटी गठित की. कमीशन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यह टीम एक सप्ताह की परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायतों की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
–
एसएनसी/एबीएम