संयुक्त राष्ट्र, 19 दिसंबर . वानुअतु में भीषण भूकंप के बाद स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. सरकार ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद की अपील की है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने मीडिया को जानकारी दी की राहत और बचाव कर्यों को पूरा करने के लिए सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी है.
वानुअतु की सरकार ने मंगलवार को आए 7.3 तीव्रता के भूकंप के बाद सात दिनों के लिए आपातकाल की स्थिति घोषित की है. कम से कम 14 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों को आशंका है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, भूकंप से अस्पताल, घर, सार्वजनिक भवन, सड़कें, जलाशय और गैस पाइप सहित व्यापक क्षति हुई है. इफेट के पास के गांवों में भी भूस्खलन हुआ है. कई इलाकों में संचार व्यवस्था टूट गई है.
संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने बताया कि राजधानी शहर में पोर्ट विला इंटरनेशनल एयर पोर्ट पर ऑपरेशन में देरी हो रही है. हवाई अड्डा सभी कमर्शियल सर्विस के लिए बंद है.
भूस्खलन के कारण बंदरगाह तक पहुंच भी बाधित है, जिससे जरूरी आपूर्ति और कर्मियों का परिवहन सीमित हो गया है.
ओसीएचए ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और सहयोगी मदद के लिए संसाधन जुटा रहे हैं और भूकंप प्रभावित क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र आपदा मूल्यांकन और समन्वय टीम सहित प्रतिक्रिया टीमों को तैनात किया जा रहा है.
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कार्यकर्ताओं ने कहा कि तत्काल जरुरतों में मेडिकल सप्लाई और चिकित्सा संरचनाओं की मरम्मत, मोबाइल मेडिकल टीम, भारी मशीनरी के साथ खोज और बचाव दल, साथ ही सुरक्षित पेयजल शामिल हैं.
–
एमके/