बेंगलुरु, 24 जुलाई . जेल में बंद कन्नड़ सुपरस्टार दर्शन की पत्नी विजयलक्ष्मी ने बुधवार को कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार से उनके आवास पर मुलाकात की. बाद में पत्रकारों से बात करते हुए शिवकुमार ने स्पष्ट किया कि यह मुलाकात दर्शन के मामले में नहीं थी और वह पुलिस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेंगे.
डीके शिवकुमार ने कहा, “दर्शन का परिवार एक कार्यक्रम के लिए मुझसे मिलने आया था, और मैंने उन्हें अपने निवास पर आने के लिए कहा था. उनका 15 साल का बच्चा मेरे स्कूल में पढ़ता था, लेकिन उन्होंने उसे किसी अन्य स्कूल में शिफ्ट कर दिया था. अब, वे चाहती हैं कि बच्चा फिर से मेरे स्कूल में पढ़े. इसलिए उन्होंने स्कूल प्रबंधन से संपर्क किया. ऐसा लगता है कि प्रबंधन ने उसे फिर से दाखिला देने से इनकार कर दिया है. उन्होंने मुझसे अपने बच्चे के लिए सीट दिलाने के लिए कहा है. मैंने उन्हें प्रिंसिपल से मिलने को कहा.”
शिवकुमार ने कहा, “दर्शन की पत्नी विजयलक्ष्मी ने दर्शन के केस के बारे में बात नहीं की. यदि कोई महिला अन्याय का हवाला देते हुए मदद मांगती है, तो हम आमतौर पर जो कुछ कर सकते हैं, करेंगे. मैंने उन्हें बताया है कि हम पुलिस के काम में हस्तक्षेप नहीं करेंगे. मामला अदालत में है और दर्शन न्यायिक हिरासत में हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस मामले को देख रही है और हम मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं, यह ठीक नहीं है. अगर किसी के साथ अन्याय होता है, तो उसके लिए कानून है. इस मुद्दे को कानून के दायरे में ही सुलझाया जा सकता है.
उन्होंने कहा, “मैं पुलिस के मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता. अगर मैं बच्चे की मदद कर सकता हूं, तो जरूर करूंगा.”
जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या अभिनेता दर्शन के साथ अन्याय हो रहा है. इस पर उन्होंने कहा, “मीडिया में कई तरह की बातें चल रही हैं. हम मीडिया रिपोर्टों के आधार पर नतीजे पर नहीं पहुंच सकते. मैं गृह मंत्री नहीं हूं. मैं उस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता.”
जब उनसे पूछा गया कि यदि भविष्य में दर्शन की पत्नी ने विशेष रूप से पूछा तो क्या वे मदद करने पर विचार करेंगे? इस पर उन्होंने कहा, “हम पुलिस जांच में हस्तक्षेप नहीं कर सकते. जब वह मिलने के लिए समय मांगती हैं तो मैं उनसे मिलने से कैसे मना कर सकता हूं? मुझे खुशी है कि वह अपने बच्चे की शिक्षा के बारे में चिंतित हैं.”
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