नई दिल्ली, 3 नवंबर . राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली की हवा प्रदूषण के कारण बेहद खराब होती जा रही है. यहां पर घरों से बाहर निकलने में लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है. रविवार को सुबह की सैर पर निकले एक शख्स संजय ने से खास बात की.
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर संजय ने बताया कि प्रदूषण से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गले में खराश की स्थिति उत्पन्न हो गई है, यह सबसे बड़ी समस्या है. हम लोग एक्यूआई चेक करके सुबह सैर करने आते हैं, अगर यह 200 के आस-पास है तो बाहर निकलते हैं.
उन्होंने बताया कि अभी आंखों में तो दिक्कत नहीं है, लेकिन गले में असर दिख रहा है. हालांकि, जैसे-जैसे सूरज निकलता है, वैसे-वैसे प्रदूषण की स्थिति ठीक होती जाती है. उन्होंने बताया कि हरियाणा और पंजाब में जो पराली जलते हैं, उससे भी यहां पर प्रदूषण बढ़ता है और दिल्ली वालों को परेशानी उठानी पड़ती है. इससे बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए. यह पर सरकार की विफलता है. इसके अलावा सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए.
उन्होंने आगे बताया कि प्रदूषण के रोकथाम के लिए सरकार को निश्चित तौर पर उचित कदम उठाने चाहिए. दिल्ली में यमुना नदी की स्थिति बेहद खराब है, नदी की सफाई होनी चाहिए. सरकार को नियमित तौर पर साल के 365 दिन इसपर काम करना चाहिए, तब जाकर यमुना की स्थिति ठीक होगी. उन्होंने बताया कि राज्य और केंद्र सरकार को इसके समाधान के लिए उचित कदम उठाना चाहिए.
बता दें कि सर्दियों के मौसम के आते ही दिल्ली में प्रदूषण की समस्या बढ़ने लगती है. पिछले कई दिनों से औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लगातार बढ़ा हुआ है.
रविवार को केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली में रविवार सुबह 6.30 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 361 दर्ज किया गया, जो खतरनाक श्रेणी में आता है. दिल्ली के तीन इलाकों में एक्यूआई लेवल 400 से ऊपर बना हुआ है. जिसमें नेहरू नगर में सबसे अधिक 431, आनंद विहार में 424, और रोहिणी में 402 एक्यूआई दर्ज किया गया
इसके अलावा दिल्ली के 30 इलाकों में एक्यूआई लेवल 300 से ऊपर और 400 के बीच दर्ज किया गया.
वहीं, दिल्ली के चार इलाकों में एक्यूआई का स्तर 200 से 300 के बीच में बना हुआ है. जिसमें, चांदनी चौक में 283, डीटीयू में 232, दिलशाद गार्डन में 391 और श्री अरविंदो मार्ग में 266 एक्यूआई रहा.
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एससीएच/एएस