एनडीए से नाता तोड़ने के बाद अब गठबंधन को लेकर पशोपेश में एआईएडीएमके

चेन्नई, 28 फरवरी . आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए एआईएडीएमके गठबंधन बनाने के लिए अनिश्चित है. पार्टी अभी तक यह फैसला नहीं ले पाई है कि आखिर गठबंधन किसके साथ किया जाए.

तमिलनाडु बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई से राजनीतिक वैचारिक मतभेद के बाद एआईएडीएमके ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था, जिसके बाद पार्टी गठबंधन को लेकर दुविधा में है.

हालांकि, पार्टी नेतृत्व अपना घोषणापत्र तैयार करने से पूर्व पूरे प्रदेश में घूम-घूम कर लोगों से मिल रहा है, लेकिन पार्टी डीएमके के लिए कोई विश्वसनीय विकल्प तलाशने में असमर्थ लग रही है.

बता दें कि एआईएडीएमके तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी पार्टियों में से एक है, जिसे 2021 के विधानसभा चुनाव में 21 फीसद वोट मिले थे.

अब पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कुछ अतिरिक्त सीटें जीतने की भी योजना बनाई है.

पार्टी महासचिव और तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता, एडप्पादी के. पलानीस्वामी (ईपीएस) ने हाल ही में पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) और विजयकांत की पार्टी देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) के एक वरिष्ठ नेता से मुलाकात की थी.

हालांकि, एआईएडीएमके ने को बताया कि राजनीतिक दलों के साथ इस तरह की मुलाकातों की कोई चर्चा नहीं थी. अब आगामी दिनों में इस संदर्भ में और चर्चाएं भी होंगी.

गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके ने एनडीए के नेतृत्व में चुनाव लड़कर एक सीट पर जीत हासिल की थी. थेनी सीट अन्नाद्रमुक नेता पी. रवींद्रनाथ ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ईवीकेएस एलंगोवन को हराकर जीती थी.

अब बीजेपी से नाता तोड़ने के बाद अब एआईएडीएमके धर्मनिरपेक्षता के नाम पर अपनी झोली में वोट पाने की कोशिश कर रही है. इसके साथ ही पार्टी पीएमके के साथ अपने संबंधों को प्रगाढ़ करने की कोशिश कर रहे हैं. यह शक्तिशाली वन्नियार समुदाय की राजनीतिक शाखा है जो तमिलनाडु के पश्चिमी क्षेत्र में एक प्रमुख भूमिका निभा सकती है.

सूत्रों ने को बताया कि पर्दे के पीछे बड़ी सौदेबाजी हो रही है और पूरी उम्मीद है कि आगामी दिनों में इस संदर्भ में बड़े फैसले लिए जा सकते हैं.

एसएचके/एबीएम