‘बालिका वधू’ के बाद सामाजिक मुद्दों पर आधारित शो की आई बाढ़ : अविका गौर

नई दिल्ली, 19 जून . एक्ट्रेस अविका गौर ने टीवी शो ‘बालिका वधू’ से घर-घर में आनंदी के रूप में अपनी पहचान बनाई. वह इस शो का लंबे समय तक हिस्सा रहीं. उन्होंने कहा कि इस सीरियल के बाद टीवी पर सामाजिक मुद्दों पर आधारित शो की बाढ़ आ गई.

उन्होंने इस बारे में से खास बातचीत की.

टीवी पर समाज को जागरूक करने वाले शो में गिरावट के बारे में पूछे जाने पर, अविका ने कहा, “यह सच है कि ‘बालिका वधू’ के बाद, कई ऐसे शो आए जो सामाजिक मुद्दों पर आधारित हैं.”

‘बालिका वधू’ की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, छोटे पर्दे पर ‘ना आना इस देस लाडो’, ‘उतरन’ और ‘काशी: अब ना रहे तेरा कागज कोरा’ जैसे शो आए… लेकिन जल्द ही, सामाजिक नाटकों का ट्रेंड छोटे पर्दे पर कम हो गया.

इस पर अविका ने कहा, “समय के साथ ट्रेंड बदलता रहता है और बीती चीजें फीकी दिखने लगती हैं. मेरा मानना ​​है कि इसके पीछे कई कारण हैं, जिनमें से एक तो दर्शकों की बदलती प्राथमिकताएं हैं, जो अलग-अलग तरह के कंटेंट देखना चाहते हैं.”

एक्ट्रेस ने कहा, “इसके अलावा, टीवी प्रोग्रामिंग और ऑडियंस रेटिंग इसमें अहम भूमिका निभाती है. वहीं नेटवर्क ऑडियंस के बदलते इंटरेस्ट को पूरा करने के लिए अलग-अलग शैलियों और फॉर्मेट्स को एक्सप्लोर करते रहते हैं.”

अविका ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि समाज को जागरूक करने वाली कहानियों को फिर से स्क्रीन पर उतारा जाएगा.

उन्होंने कहा, “फिलहाल, सोशल मैसेज वाले शो टीवी पर उतने लोकप्रिय नहीं हैं, लेकिन मुझे उम्मीद हैं कि समाज को जागरूक करने वाली कहानियों को स्क्रीन पर फिर से दिखाया जाएगा, चाहे वह टीवी के माध्यम से हो या अन्य प्लेटफार्मों के माध्यम से. मुझे लगता है कि यह ‘अनुपमा’ और ‘कृष्ण मोहिनी’ जैसे उदाहरणों के साथ पहले से ही हो रहा है.”

बता दें कि आनंदी की भूमिका के लिए अविका ने 2009 में राजीव गांधी पुरस्कार जीता था.

उन्होंने महज 10 साल की उम्र में एक्टिंग करना शुरू कर दिया था. वह 2007 में ‘श्श्श्श्श… कोई है’ में नजर आई थीं. इसके बाद उन्होंने ‘राजकुमार आर्यन’ में राजकुमारी भैरवी का किरदार निभाया, लेकिन स्टारडम ‘बालिका वधू’ से मिला. इस शो से वह सबसे पॉपुलर चाइल्ड आर्टिस्ट की लिस्ट में शुमार हो गई.

अविका ने ‘ससुराल सिमर का’ में रोली का रोल निभाया है. वह ‘लाडो’ और ‘खतरों के खिलाड़ी’ जैसे शो का हिस्सा रहीं. उन्होंने कई साउथ फिल्मों में भी काम किया और ‘1920: हॉरर्स ऑफ द हार्ट’ फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया.

पीके/