आखिर हिमाचल में कुछ लोग अपनी पहचान क्यों छुपा रहे हैं : जयराम ठाकुर

शिमला, 26 सितंबर . हिमाचल प्रदेश सरकार में शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह द्वारा सभी भोजनालायों और ढाबों पर पहचान पत्र लगाए जाने का आदेश दिए जाने पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की प्रतिक्रिया सामने आई है.

उन्होंने कहा, “विक्रमादित्य सिंह ने जो कहा है, उस पर हमारी सरकार ने काफी पहले ही काम करना शुरू कर दिया था. हमारी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए जब इस संबंध में नियम बनाने की कोशिश की, तो कई लोगों ने सवाल खड़े किए थे.”

उन्होंने कहा, “हमने सभी सवालों का जवाब दिया था. हमने कहा था कि यह नियम अब इसलिए जरूरी हो चुका है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश की हर गली में लोग अपनी पहचान छुपा कर स्ट्रीट वेंडर के काम में लिप्त हैं. हिमाचल एक ऐसा प्रदेश है, जहां अगर कोई बाहर से व्यक्ति आए, तो उसकी पहचान आसानी से हो जाएगी, वो अपनी पहचान छुपा नहीं पाएगा. अगर कोई गैर-हिमाचली है और वो यहां आकर काम कर रहा है, तो मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हमारा सीधा सवाल है आखिर ऐसी क्या मजबूरियां हैं कि ये लोग अपनी पहचान छुपा रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “हमने खुद ही इस बात की पहल की थी कि हिमाचल में काम करने वाले सभी दुकानदारों का रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन होना चाहिए, ताकि उनकी पहचान उजागर हो सकें. हमने इस संबंध में नीति बनाकर पूरी प्रक्रिया की विधिवत रूप से शुरुआत की थी, जिसका जिक्र अब विक्रमादित्य सिंह कर रहे हैं.”

बता दें कि विक्रमादित्य सिंह ने इस संबंध में बुधवार को बयान दिया था. इसमें उन्होंने स्ट्रीट वेंडर के लिए नीति और कमेटी बनाने की बात कही थी.

उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट भी किया था. जिसमें उन्होंने कहा था, “हिमाचल में भी हर भोजनालय और फास्ट फूड रेहड़ी पर उसके मा‍लिक की आईडी लगाई जाएगी. इस संबंध में मंगलवार को शहरी विकास एवं नगर निगम बैठक संपन्न होने के बाद आदेश जारी किए गए.”

उन्होंने कहा था, “शहरी विकास एवं नगर निगम ने इस संबंध में बैठक की थी. बैठक में हमने यह फैसला किया है कि जितने भी स्ट्रीट वेंडर हैं, वो अपनी दुकानों के बाहर आईडी लगाएं. यह कदम स्वास्थ्य और साफ-सफाई की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.”

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