लड़कियों के अधिकारों की रक्षा के लिए अपने प्रयास दोगुना करेंगे अफ्रीकी देश

आदिस अबाबा, 12 अक्टूबर . अफ्रीकी देशों से आग्रह किया गया है कि वे पूरे महाद्वीप में संघर्ष से प्रभावित लड़कियों के अधिकारों और कल्याण की रक्षा के लिए प्रयास तेज करें.

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, सशस्त्र संघर्षों से प्रभावित बच्चों के लिए अफ्रीका मंच (एपीसीएएसी) द्वारा की गई यह अपील, अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के वैश्विक पालन के साथ मेल खाती है, जो प्रतिवर्ष 11 अक्टूबर को मनाया जाता है.

शुक्रवार को जारी अफ्रीकी संघ (एयू) के बयान में एपीसीएएसी के हवाले से कहा गया, “हिंसा और अस्थिरता से त्रस्त क्षेत्रों में, लड़कियां अक्सर खुद को कई संकटों के बीच पाती हैं. साथ ही विस्थापन, शोषण और हिंसा के बढ़ते खतरों का सामना करती हैं.”

इस बात पर गौर करते हुए कि लड़कियां पूरे महाद्वीप में सशस्त्र संघर्षों के विनाशकारी प्रभावों को झेल रही हैं. एपीसीएएसी ने कहा कि जारी संघर्ष उनकी शिक्षा और विकास को बाधित करते हैं तथा उनके मौलिक अधिकारों, आकांक्षाओं और क्षमता को कमजोर करते हैं.

इसमें कहा गया है, “आज हम सभी हितधारकों से उनकी दुर्दशा को स्वीकार करने तथा यह सुनिश्चित करने की अपनी साझा जिम्मेदारी की पुनः पुष्टि करने का आह्वान करते हैं कि उनके अधिकारों की रक्षा की जाए तथा उनकी आवाज सुनी जाए.”

सितंबर 2021 में शुरू किया गया एपीसीएएसी एयू और उसके साझेदारों की एक पहल है, जो अफ्रीका में सशस्त्र संघर्षों के दौरान मानवीय स्थितियों में बच्चों की सुरक्षा की वकालत करने के लिए एयू के राजदूतों और प्रमुख बाल संरक्षण हितधारकों को एक साथ लाता है.

इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस को ‘भविष्य के लिए बालिकाओं का दृष्टिकोण’ थीम के तहत मनाया गया. एपीसीएएसी ने संघर्ष की स्थितियों में लड़कियों के सामने आने वाली विविध चुनौतियों से निपटने के महत्व पर जोर दिया और एयू सदस्यों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, नागरिक समाज और सामुदायिक नेताओं से आगे आकर अपने प्रयासों को जारी रखने का आग्रह किया.

आरके/एकेजे