अफगानिस्तान ने 240 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए 3 एमओयू पर किए हस्ताक्षर

काबुल, 1 अक्टूबर . अफगानिस्तान की बिजली कंपनी ‘दा अफगानिस्तान ब्रेशना शेरकट’ ने 240 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए घरेलू कंपनियों के साथ तीन सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी दी.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी काबुल में एक समारोह में सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए गए. इस मौके पर राजनीतिक मामलों के कार्यवाहक उप प्रधानमंत्री मावलवी अब्दुल कबीर, सरकारी अधिकारी और निजी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए.

हस्ताक्षरित सहमति पत्रों के आधार पर, दो कंपनियां 100 मेगावाट सौर ऊर्जा बिजली का उत्पादन करेंगी और एक कंपनी राजधानी में कोयले से 40 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगी.

अफगानिस्तान बिजली की कमी का सामना कर रहा है. यह अपनी अधिकांश बिजली उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और ईरान सहित पड़ोसी देशों से आयात करता है.

इससे पहले दक्षिणी अफगानिस्तान के जाबुल प्रांत में एक नवनिर्मित बांध का गुरुवार को औपचारिक रूप से उद्घाटन किया गया.

प्रांतीय राजधानी कलात के बाहरी इलाके में 127 मिलियन अफगानी (लगभग 1.84 मिलियन अमेरिकी डॉलर) की लागत से दो साल में निर्मित, यह बांध 560 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करेगा और आस-पास के गांवों को बिजली प्रदान करेगा.

शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने ही काबुल में जल आपूर्ति नेटवर्क और वाटर फिल्ट्रेशन प्लांट का उद्घाटन क‍िया गया. अफगानिस्तान के ग्रामीण पुनर्वास एवं विकास मंत्रालय ने बताया कि पूर्वी पक्तिया प्रांत में 10 जलापूर्ति परियोजनाओं ने काम करना शुरू कर दिया है.

अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण के प्रयासों में, अफगान कार्यवाहक सरकार ने तीन साल पहले सत्ता संभालने के बाद से बांध, जल नहरों, राजमार्गों, सड़कों और सौर ऊर्जा प्रणालियों सहित विकास और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की श्रृंखला शुरू की है.

एमके