काबुल, 12 अगस्त . अफगान प्रवासियों ने Pakistan में स्थानीय Police पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और उत्पीड़न का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि Police वैध या लंबित आव्रजन दस्तावेज होने के बावजूद उन्हें गलत तरीके से गिरफ्तार कर रही है और रिहाई के लिए रिश्वत की मांग कर रही है.
इस्लामाबाद और रावलपिंडी में रह रहे अफगान नागरिकों ने आरोप लगाया कि हाल के हफ्तों में Police ने अफगानों की गिरफ्तारी तेज कर दी है. कुछ मामलों में हिरासत में लिए गए लोगों को बड़ी रकम देने के बाद ही छोड़ा गया. गवाहों के मुताबिक, साधारण कपड़ों में Policeकर्मी पासपोर्ट और वीजा दिखाने को कहते हैं और दस्तावेज न होने पर वर्दीधारी Policeकर्मी वाहन में आकर उन्हें गिरफ्तार कर लेते हैं.
Monday को रावलपिंडी में गिरफ्तार तीन अफगानों ने social media पर बताया कि उन्हें करीब छह घंटे हिरासत में रखा गया और रिहाई के लिए पैसों की मांग की गई. एक व्यक्ति ने बताया कि उसने रिहाई के लिए 82,000 Pakistanी रुपये चुकाए, जबकि अन्य ने भी इसी तरह की रकम देने की बात कही.
वीजा प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार कर रहे अफगानों का कहना है कि Police उनके पास मौजूद आधिकारिक दूतावास के कागजात भी मान्य नहीं मान रही और वैध दस्तावेज होने के बावजूद उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है. अफगान समुदाय ने Pakistan Government से वीजा विस्तार प्रक्रिया तेज करने की अपील की है ताकि Police की ओर से उत्पीड़न, गलत गिरफ्तारी और कथित वसूली रोकी जा सके.
इस बीच, Pakistan के गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि प्रूफ ऑफ रजिस्ट्रेशन कार्डधारक अफगान नागरिकों की अनिवार्य वापसी 1 सितंबर से शुरू होगी, अगर वे स्वेच्छा से नहीं लौटते हैं. मंत्रालय के अनुसार, प्रूफ ऑफ रजिस्ट्रेशन कार्डधारकों की स्वैच्छिक वापसी तुरंत शुरू की जाएगी, जबकि बाकी लोगों की अनिवार्य वापसी 1 सितंबर से होगी.
यह फैसला उच्च स्तरीय बैठक में सुरक्षा चिंताओं और राष्ट्रीय संसाधनों पर दबाव को देखते हुए लिया गया. मंत्रालय ने कहा कि अफगान सिटीजन कार्डधारकों की वापसी पहले से तय अंतरिम ढांचे के अनुसार होगी और इस प्रक्रिया में तालिबान Government, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से सहयोग लिया जाएगा.
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डीएससी/