सोना तस्करी के आरोप के बाद अफगान राजनयिक वारदाक ने अपने पद से दिया इस्तीफा

नई दिल्ली, 4 मई . भारत में अफगानिस्तान की वाणिज्यिक दूतावास की कांसुलेट जेनरल जाकिया वारदाक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनपर कथित तौर पर दुबई से 25 किलो सोने की भारत में तस्करी की कोशिश का आरोप है. राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने मुंबई एयरपोर्ट पर सोना पकड़ा था, जिसकी कीमत 18 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई गई है.

जाकिया वारदाक ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए एक बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मुझे कई व्यक्तिगत हमलों और मानहानि का सामना करना पड़ा है, जो न केवल मेरे प्रति, बल्कि मेरे करीबी परिवार और रिश्तेदारों के प्रति भी थीं.

संगठित प्रतीत होने वाले इन हमलों ने मेरी भूमिका को प्रभावी ढंग से संचालित करने की मेरी क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित किया है और अफगान समाज में उन महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को प्रदर्शित किया है जो चल रहे प्रचार अभियानों के बीच आधुनिकीकरण और सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करती हैं.

उन्होंने कहा कि उन पर लगे आरोपों से उनको हैरानी नहीं हुई क्योंकि सार्वजनिक जीवन में इस तरह के हमलों के लिए वह पहले से तैयार थीं. लेकिन इस तरह के आरोप उनको बदनाम करने के प्रयास का हिस्सा हैं. मेरे करीबी लोगों पर इसका जो असर पड़ेगा, उसके लिए मैं तैयार नहीं थी.

जाकिया का कहना है कि उन्होंने अपने देश में पॉजिटिव बदलाव लाने के लिए कार्य किया है. लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए अपने पद से इस्तीफा देने का कठिन निर्णय लिया है. मैं अपने कार्यकाल के दौरान गर्मजोशी से किए गए स्वागत और अटूट समर्थन के लिए भारत सरकार का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं.

पिछले तीन वर्षों से भारत के लोगों के साथ काम करना एक बड़ा सौभाग्य रहा है. मैं हमारे देशों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों और प्रगति के लिए साझा दृष्टिकोण के लिए आभारी हूं.

बता दें कि जाकिया पर दुबई से सोना लाकर भारत में तस्करी करने का आरोप है. हालांकि, उन्होंने अपने इस्तीफा देने का कारण निजी हमले बताया है.

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